भारत सारथी/कौशिक

पूर्व विधायक राधेश्याम शर्मा

नारनौल । पूर्व विधायक श्री राधेश्याम शर्मा ने कहा है कि 5 सितंबर शिक्षक दिवस शिक्षकों के सम्मान का दिन है | यह ठीक भी है क्योंकि शिक्षक राष्ट्र का निर्माता है । देश के भावी कर्मचारियों का निर्माण शिक्षक के हाथों से ही होता है । शिक्षक दिवस के उपलक्ष में सरकार कोई न कोई अच्छा निर्णय शिक्षकों के हित में लेती है ।

 आज हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर को इस अवसर पर बर्खास्त पी.टी.आई. तथा अतिथि अध्यापकों को स्थाई करना चाहिए । पी.टी.आई. कई महीनों से धरने पर बैठे हैं अतः शिक्षक दिवस के समय उनको ड्यूटी ज्वाइन करवाएं । अधिक खींचने से रस्सी टूट जाती है । अब बहुत समय बीत चुका है अतः तुरंत प्रभाव से समस्या का समाधान होना चाहिए | भारत विश्व का जगतगुरु शिक्षकों के कारण ही था। आज भी यदि प्रदेश और देश शिक्षा के क्षेत्र में विश्व में अपनी धाक जमाना चाहते हैं और नई शिक्षा नीति के माध्यम से देश को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं तो शिक्षक का सम्मान अति आवश्यक है ।

सरकार अपना हठ छोड़कर पी.टी.आई. जो बर्खास्त हैं तथा जो अतिथि अध्यापक हैं उनके पक्ष में बिना किसी देरी के निर्णय लेना चाहिए ।

 दूसरी और शिक्षकों को भी समय के साथ राष्ट्र विकास के लिए शिक्षा जगत में आई बुराइयों को समाप्त  करने के लिए कमर कस लेनी चाहिए और आए दिन समाचार पत्रों में अध्यापकों द्वारा पढ़ने वाली लड़कियों और पढ़ाने वाली अध्यापिका से छेड़छाड़ करने के जो समाचार आ रहे हैं वह समाप्त होने चाहिए जिससे शिक्षकों के सम्मान में चार चांद लगे और हर अवसर पर शिक्षक का सम्मान बढे |

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