नारनौल, रामचंद्र सैनी महाराजा अग्रसेन जयंती निकालने को लेकर अग्र समाज के बंधुओं में उपजा विवाद अब नारनौल के उपायुक्त दरबार में पहुंच गया है। इस मामले को लेकर अग्रवाल समाज के दूसरे पक्ष के लोग आज जिला उपायुक्त से मिले। अग्रवाल समाज के कई पूर्व प्रधानों व अन्य लोगों की उपस्थिति में उपायुक्त ने उनकी बात को सुनते हुए उन्हें आश्वासन दिया है कि वे अब दोनों पक्षों से तीन तीन लोग बुलाकर दोनों पक्षों को सुनकर समस्या का समाधान करेंगे। जिला उपायुक्त से मिलने पहुंचे अग्रवाल सभा के पूर्व प्रधान किशन चौधरी, केशव संघी एडवोकेट, रामबाबू अग्रवाल, मनीष संघी, सुदर्शन बंसल, प्रवीण संघी, विकास अग्रवाल, शुभम कंछल व तुषार मित्तल सहित समाज के करीब लोगों ने अपना तर्क दिया। इन लोगों ने जिला उपायुक्त को बताया कि अग्रवाल सभा नारनौल एक स्वतंत्र रजिस्टर्ड सभा है जो कई दशकों से नारनौल में अग्रवाल समाज के अलावा छत्तीस बिरादरी के लोगों के लिए कार्य कर रही है। वर्ष 2017 में सभा पर रिसीवर बैठने के बाद से अग्रवाल समाज नारनौल के लोगों की देखरेख में महाराजा अग्रसेन जयंती समिति बनाकर ही अग्रसेन जयंती निकाली जा रही है। उन्होंने यह भी बताया की अग्रवाल सभा किसी अग्रवाल सम्मेलन या वैश्य सम्मेलन जैसी स्वयं भू संस्थाओं के मातहत काम नहीं करती। अग्रवाल सभा का अपना अलग रजिस्टर्ड संविधान है जिसके तहत ही अग्रवाल सभा के प्रधान व अन्य पदाधिकारियों के चुनाव होते रहे हैं और सभा अपना काम करती रही है। जिला उपायुक्त के समक्ष अग्रवाल समाज के उपरोक्त लोगों ने बताया कि पिछले दिनों एक स्वयं भू संस्था श्री अग्रवाल सम्मेलन के तथाकथित पदाधिकारियों ने बिना समाज की मीटिंग बुलाए और बिना अग्रसेन जयंती समिति का गठन किए ही प्रशासन को गुमराह करके अग्रवाल सम्मेलन के बैनर तले पूरे अग्रवाल सभा भवन को बुक कर लिया है। उन्होंने बताया कि जब इस मामले की जानकारी अग्रवाल समाज नारनौल के लोगों को मिली तो उन्होंने अग्रवाल समाज के पूर्व प्रधान वयोवृद्ध समाज सेवी प्रभाती लाल चौधरी की अगुवाई में गत 29 अगस्त को अग्रवाल सभा भवन में समाज के लोगों की एक बैठक बुलाई। जिसमें अग्रवाल समाज के अनेक गणमान्य लोगों के अलावा समाज के 8 पूर्व प्रधान भी उपस्थित हुए। इन लोगों ने उपायुक्त को बताया इस बैठक में तथाकथित संस्था के वह लोग भी अपने साथ करीब 50 लोग लेकर बैठक में पहुंच गए, जिन्होंने प्रशासन को गुमराह करके अग्रवाल सभा को बुक किया हुआ है। उन्होंने बताया कि बैठक में इन लोगों ने अग्रवाल समाज के लोगों के साथ इस विवाद को निपटाने की बजाए उल्टा लड़ाई झगड़ा करना शुरू कर दिया और गाली गलौज पर उतर आए। जिसके चलते यह बैठक बिना किसी नतीजे समाप्त कर दी गई। उपरोक्त लोगों ने बताया अग्रवाल सम्मेलन जैसी और भी कई स्वयं भू संस्थाएं हिंदुस्तान और नारनौल में कार्यरत है लेकिन किसी एक संस्था को पूरे अग्रवाल समाज की स्वतंत्र सभा अपने स्वार्थों के चलते बुक करवाने का अधिकार नहीं है। इन लोगों ने जिला उपायुक्त से मांग की है कि अग्रवाल समाज में उपजे विवाद को देखते हुए जिला प्रशासन इस मामले की जांच करके इसमें तुरंत प्रभाव से हस्तक्षेप करें और और स्वयं भू संस्था अग्रवाल सम्मेलन द्वारा ली गई परमिशन को रद्द करें। उन्होंने यह भी मांग की कि अग्रवाल समाज के लोगों द्वारा गठित की जाने वाली अग्रसेन जयंती समिति को ही महाराजा अग्रसेन जयंती निकालने के लिए परमिशन दी जाए। क्या कहते हैं डीसी— इस मामले में जिला उपायुक्त अजय कुमार ने माना है कि उनके पास आज अग्रवाल समाज एक पक्ष जे अनेक लोग मिलने आए थे । उन्होंने सभी को ध्यानपूर्वक सुना है। अगले कुछ दिनों में वे दोनों पक्षों से 3–3 लोगों को बुलाकर उन्हें सुनकर जो सही होगा, उस पर अपना निर्णय देंगे । Post navigation भगवान श्रीकृष्ण किसी जाति विशेष के न होकर पूरे ब्राह्मांड के भगवान थे: जेपी दलाल बर्खास्त पीटीआई तथा अतिथि अध्यापकों को स्थाई करना चाहिए: शर्मा