-सड़क सुरक्षा सलाहकार समिति की मासिक बैठक आयोजित , एडीसी ने की अध्यक्षता।

गुरूग्राम, 31 अगस्त। गुरूग्राम जिला से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों तथा शहर की अन्य सड़कों व चौराहों को लोगों के लिए सुरक्षित बनाने को लेकर आज सड़क सुरक्षा सलाहकार समिति की मासिक बैठक आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने की।

बैठक में श्री मीणा ने भीड़-भाड़ वाले चौराहों मुख्य रूप से शंकर चौंक , इफको चौंक , सिग्नेचर टावर, राजीव चौंक तथा हीरो होंडा चौंक की जीयोमैट्री ठीक कर जैब्रा क्रासिंग आदि बनाकर इन स्थानों को राहगिरों के लिए सुरक्षित बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन स्थलों पर चार सदस्यीय समिति ज्वाइंट विजिट करके समस्याओं का समाधान निकालेगी। इस समिति में एनएचएआई के परियोजना निदेशक , रिजनल ट्रांसपोर्ट अथोरिटी के सैक्रेटरी , राहगिरी फाउंडेशन का प्रतिनिधि तथा एसीपी ट्रैफिक को शामिल किया गया है।

बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त ने शहर में तेज गति से चलने वाले वाहनों तथा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर सख्ती बरतने के निर्देश भी दिए। बताया गया कि गुरूग्राम शहर में यातायात प्रबंधन को सुचारू बनाने के लिए गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) 16.10 करोड़ रूप्ये की लागत से स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल लगवाएगा जिसके लिए जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल ने प्रशासकीय स्वीकृति भी प्रदान कर दी है। जीएमडीए के प्रतिनिधि के अनुसार शहर में पुराने व खराब ट्रैफिक सिग्नलों को भी बदला जाएगा और उनके स्थान पर स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल लगाए जाएंगे। उन्होंने ये भी बताया कि इसके लिए अब टेंडर तैयार किए जा रहे हैं और उम्मीद है कि सितंबर माह में इस कार्य के टेंडर कर दिए जाएंगे। ट्रेफिक सिग्नल स्मार्ट होने से यातायात प्रबंधन की समस्या काफी हद तक हल हो पाएगी।

बैठक में यह भी बताया गया कि ट्रेफिक पुलिस ने गलत लेन में ड्राइविंग करने वालों के 1979 चालान किए हैं। इसके अलावा, ओवरस्पीडिंग के 484 , सीट बैल्ट नही लगाने वालों के 4184 , दुपहिया वाहनों पर हैलमेट बिना पाए गए 13,867 तथा ओवरसाइज वाहनों के 107 चालान किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अब तक गलत दिशा में वाहन चलाने वालों के भी 52 हजार 746 चालान किए जा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क दुर्घटना के पीड़ितों को जल्द नजदीकी अस्पताल में पहुंचाने के लिए गुरूग्राम जिला में 26 एम्बुलेंस अलग-2 जगहों पर तैनात रहती हैं। इनके अलावा, 11 और एंबुलेंस सितंबर माह में जोड़े जाने की आशा है।

अतिरिक्त उपायुक्त श्री मीणा ने कहा कि हाल ही में एक एमरजेंसी नंबर-112 शुरू किया गया है , जिसे ज्यादा प्रचारित करने की आवश्यकता है ताकि लोगों को पता हो कि आपात स्थिति में उन्हें इस नंबर पर कॉल करनी है। राहगिरी फाउंडेशन की ओर से सारिका पांडा ने कहा कि वे सोशल मीडिया पर इस एमरजेंसी नंबर को प्रचारित करवाने का प्रयास करेंगी। इसी प्रकार, अन्य संस्थाएं भी इस नई सुविधा के बारे में आमजनता को बताएंगी।

बैठक में श्री मीणा ने दिल्ली-जयपुर हाईवे पर खेड़कीदौला से आगे के हिस्से में बिलासपुर चौंक , मानेसर , सिद्धरावली कट आदि जगहों पर सड़क किनारे गड्डे भरवाने , लेन मार्किंग, साइन बोर्ड लगवाने तथा इंफ्रास्ट्रक्चर की अन्य कमियों को दूर करवाने के लिए पिंक सिटी प्रौजेक्ट डायरेक्टर को निर्देश दिए और कहा कि वे इन कमियों को दूर करवाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

इस अवसर पर गुरूग्राम की एसडीएम अंकिता चौधरी, पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार, बादशाहपुर के एसडीएम सतीश यादव, हरियाणा राज्य परिवहन गुरूग्राम डिपो के महाप्रबंधक कुलबीर ढाका, क्षेत्रीय यातायात प्राधिकरण के सचिव विरेन्द्र सिंह, जीएमडीए से जे एस सिंधु, पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता पुनीत कुमार व नरेन्द्र सिंह,एनएचएआई के प्रौजेक्ट डायरेक्टर निमरन जंबोलकर ,द्वारका एक्सप्रैस वे प्रौजेक्ट से आकाश पादी, राहगिरी फाउंडेशन से सारिका पांडा, ट्रेफिक पुलिस से जसवंत सिंह सहित कई विभागो के अधिकारीगण उपस्थित थे।