·       पहले आर्थिक तौर पर किसानों को पीटा अब शारीरिक तौर पर पीट रही सरकार – दीपेंद्र हुड्डा

·       हरियाणा सरकार के रवैये से ऐसा लग रहा जैसे उसको किसान शब्द से ही नफरत हो गयी है – दीपेंद्र हुड्डा

·       किसानों की मांगें जायज, सरकार बातचीत कर किसानों की मांगों को स्वीकार करे – दीपेंद्र हुड्डा

चंडीगढ़, 28 अगस्त। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि भाजपा सरकार सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है। बीजेपी-जेजेपी सरकार क्रूरता की सारी हदें पार कर चुकी है। उन्होंने सवाल किया कि क्या कोई सरकार ऐसा बर्ताव अपने ही देशवासियों के साथ कर सकती है? दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि इस सरकार ने किसानों को पहले आर्थिक तौर पर पीटा अब शारीरिक तौर पर पीट रही है।

सांसद दीपेंद्र ने आगे कहा कि अपनी जायज मांगों को लेकर शांतिप्रिय तरीके से आंदोलन कर रहे किसानों पर लाठियां बरसाना सरकार की आदत हो गयी है। पीपली, कुंडली, पलवल, हिसार, रोहतक, पंचकुला, सिरसा और अब करनाल में किसानों का बर्बर दमन इस बात की खुली गवाही दे रहा है। हरियाणा सरकार के रवैये से ऐसा लग रहा जैसे उसको किसान शब्द से ही नफरत हो गयी है।

दीपेंद्र हुड्डा ने यह भी कहा कि सर्दी, गर्मी और बरसात तीनों मौसम की मार झेलते हुए किसान पिछले 9 महीने से शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। किसान अपनी ओर से अशांति फैलाने की कोई कोशिश नहीं कर रहे, फिर भी उनके प्रति सरकार का रवैया दमनकारी है और हर बार सरकार की तरफ से ही उकसावे की कार्रवाई की जाती है। उन्होंने किसानों की मांगों को जायज ठहराते हुए एक बार फिर दोहराया कि सरकार को बातचीत का रास्ता अपनाकर तुरंत किसानों की मांगों को स्वीकार करना चाहिए।

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