– युवाओं को कौशल प्रशिक्षण, रोजगार पोर्टल, प्रतियोगी परीक्षा की फ्री कोचिंग जैसी सुविधा देकर रोजगार की ओर अग्रसर कर रही हरियाणा सरकार – दुष्यंत चौटाला चंडीगढ़, 22 अगस्त। हरियाणा सरकार द्वारा निजी क्षेत्र में युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रति वर्ष 200 रोजगार मेले आयोजित करने का लक्ष्य रखा गया है, इसके अन्तर्गत राज्य के प्रत्येक जिले में जिला रोजगार कार्यालय द्वारा प्रति तिमाही कम से कम एक रोजगार मेला या प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित करना अनिवार्य है। यह जानकारी हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दी। डिप्टी सीएम ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा के युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार से जोड़ने के लिए एक नए रोजगार पोर्टल का शुभारंभ किया गया है। निजी क्षेत्र में विविध प्रकार के कौशल से युक्त युवाओं की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और आईटीआई, पॉलिटेक्निक, उच्च शिक्षण संस्थानों से एकत्रित कर हरियाणा के युवाओं का विवरण रोजगार पोर्टल पर संकलित किया गया है। उन्होंने बताया कि यही नहीं निजी क्षेत्र के नियोक्ताओं और जॉब-एग्रीगेटर्स को भी रोजगार पोर्टल पर संयोजित किया गया है। दुष्यंत चौटाला ने बताया कि रोजगार पोर्टल पर प्रार्थियों के विवरणों का संवद्र्धन तथा इन प्रार्थियों को निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसरों से जोड़ने के लिए रोजगार विभाग द्वारा 35 सीटर कॉल सेंटर स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न परिस्थिति के मद्देनजर इस बार वास्तविक जॉब फेयर करवाना सम्भव नहीं हो पाया जिसके कारण रोजगार विभाग द्वारा विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन जॉब फेयर मॉडयूल संचालित कर दिया गया है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के 50 हजार मेधावी युवाओं को प्रदेश की सरकारी नौकरियों के साथ-साथ केंद्र सरकार के कर्मचारी चयन आयोग, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, भारतीय रेलवे समेत केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में भी नौकरियों के लिए प्रतियोगी परीक्षा पास करने में सक्षम बनाने के लिए फ्री ऑनलाइन विशेष कोचिंग और प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दुष्यंत चौटाला ने यह भी बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा हरियाणा स्वर्ण जयंती के अवसर पर 1 नवम्बर , 2016 से ‘सक्षम युवा योजना’ के तहत पात्र स्नातकोत्तर बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता व 100 घंटे मानद कार्य की एवज में मानदेय प्रदान करने के लिए ‘शिक्षित युवा भत्ता और मानदेय योजना -2016’ को शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि बाद में योजना के तहत पात्र विज्ञान, इंजीनियरिंग और विज्ञान समकक्ष, वाणिज्य तथा कला स्नातकों को शामिल किया गया है। डिप्टी सीएम ने बताया कि अगस्त 2019 से पात्र बारहवीं कक्षा पास प्रार्थियों को भी इस योजना में सम्मिलित कर लिया गया है। इस योजना के तहत पात्र स्नातकोत्तर बेरोजगारों को 3000 रुपए, स्नातक बेरोजगारों को 1500 रुपए और बारहवीं कक्षा पास बेरोजगारों को 900 रुपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता तथा इसके अतिरिक्त 100 घंटे मानद कार्य करने के एवज में 6000 प्रतिमाह मानदेय प्रदान किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि सक्षम युवाओं के कौशल प्रशिक्षण के लिए सक्षम पोर्टल पर ऑनलाइन प्रावधान किया गया हैं। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण हरियाणा स्किल डेवलपमेंट मिशन, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, हरियाणा नॉलेज कॉरपोरेशन लिमिटेड, हरियाणा शहरी स्थानीय निकाय, तकनीकी शिक्षा विभाग, हारट्रोन तथा हरियाणा पर्यटन निगम लिमिटेड आदि संगठनों द्वारा दिया जाएगा। यही नहीं कौशल प्रशिक्षण उपरान्त प्रशिक्षण प्रदाता द्वारा प्रशिक्षुओं की नियुक्ति हेतु भी सहायता की जाएगी। Post navigation अनिल विज ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया रक्षा बन्धन का पर्व बहन-भाई के स्नेह तथा पारिवारिक रिश्तों के साथ-साथ धर्म, समाज व राष्ट्र को एकजुट करने का सन्देश देता है : राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय