दो शादियां की पहली अरेंज मैरिज और दूसरी शादी लव मैरिज.
आरोपी की पहचान ’प्रवीन मित्तल निवासी सोनीपत के तौैर पर.
पहले भी इस प्रकार के मामलों में दो बार जेल भी जा चुका

फतह सिंह उजाला

गुरूग्राम। धोखाधड़ी करके बैंक से रुपये निकालने की करीब आधा दर्जन वारदातों को अंजाम देने वाले 05 लाख रुपए के ईनामी बदमाश को गुरुग्राम पुलिस द्वारा 04 दिन के पुलिस  रिमाण्ड पर लिया गया है।’ आरोपी बैंक से लोगों के बैंक खाते से संबंधित जानकारी हासिल करके उनके खाते में रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर की जगह अपने नंबर अपडेट करके उनके खाते से नेटबैंकिंग व एटीएम कार्ड के माध्यम से करोड़ो की ठगी कर चुका है । पुुलिस प्रवक्ता के मुताबिक आरोपी ने पुलिस पूछताछ में इस प्रकार की आधा दर्जन वारदातों को अंजाम देने का खुुलासा किया । पहले भी इस प्रकार के मामलों में 02 बार जेल भी जा चुका है , जमानत पर जेल से बाहर आकर आरोपी अभी भी वारदातों को अंजाम देने में सक्रिय था।’

बीती 9 जून को थाना सैक्टर-37, गुरुग्राम में लीला राम पुुत्र स्वर्गीय श्रीराम, निवासी- ग्राम मौहम्मदपुर झाड़सा, जिला गुरुग्राम ने शिकायत दी थी कि यह एक किसान है और खेती बाड़ी का कार्य करता है। इसकी जमीन एक्वायर होने पर इसको मुवाजा मिला था यह मुआवजा इसके बैंक खाता में आया था। इसके बैंक खाते में मुआवजे के लगभग 1,65,00,000/-(एक करोड़ पैसठ लाख) आए थे। इसके बैंक  खाते से किसी अनजान व्यक्ति ने धोखाधड़ी करके लगभग 1,37,46,308/- रुपए निकल लिए। रुपये निकालने के बारे में पता चला है तो इसने शिकायत दी।

एसआइटी ने उपरोक्त मामले में कार्यवाही करते हुए अपनी समझबूझ से व अपने गुप्त सूत्रों की सहायता से उपरोक्त अभियोग में पीड़ित/शिकायतकर्ता के खाते से धोखाधड़ी से रुपए निकाल लेने वाले शातिर आरोपी को गुुरूवार को सैक्टर-31, गुरुग्राम से काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की। आरोपी की पहचान ’प्रवीन मित्तल पुत्र रोशनलाल निवासी मकान नंबर 792, सैक्टर-14, सोनीपत, हरियाणा, उम्र 48 वर्ष’ के रूप में हुई। आरोपी से प्रारंभिक पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ था कि यह बी.कॉम तक पढा हुआ है और यह सरकारी बैंक में लोन दिलाने का काम करता है। इसने 02 शादियां की हुई है, पहली पत्नी से अरेंज मैरिज जिससे इसको 01 लड़का व 01 लड़की व दूसरी शादी इसने लव मैरिज की जिस पत्नी से इसको 02 लड़कियां है।

आरोपी ने पुलिस पूछताछ में यह भी बतलाया कि ये बैंक में कार्य करता है और इसी दौरान यह लोगों के बैंक खातों की जानकारी चोरी कर लेते और उसके बाद ये बैंक खातों में रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर की जगह बैंक में रिक्वेस्ट देकर अपने मोबाईल नंबर अपडेट करा लेता और उसके बाद नेटबैंकिंग से यह उस बैंक खाते से ज्वैलरी व अन्य कीमती समान खरीद लेता था। आरोपी ने उपरोक्त प्रकार से पलवल में 01, सांपला में 01, बल्लभगढ़ में 01 व गुरुग्राम में 03 वारदातों सहित कुल 06 वारदातों को अंजाम देने का खुलासा किया था। आरोपी की गिरफ्तारी पर गुरुग्राम पुलिस द्वारा 05 लाख रुपयों का ईनाम भी घोषित’ किया हुआ था। आरोपी को माननीय अदालत के सम्मुख पेश करके 04 दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया है।

सोनीपत से बी.कॉम की शिक्षा
पुलिस टीम द्वारा आरोपी से आगामी पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि इसने सोनीपत से बी.कॉम की शिक्षा प्राप्त की और यह ैठप् बैंकों से लोगों को लोन दिलाने का काम करने लगा। इस काम मे इसकी ज्यादा कमाई नही होती थी तो इसने बैंकों में लोगों के बैंक खातों की जानकारी लेकर उनके बैंक खातों से धोखाधड़ी से रुपये निकालने की सोची। बैंक में आने वाले वाउचर्स व अन्य डॉक्यूमेंटस से बैंक खाता धारकों की जानकारी लेकर उनमें रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर्स के स्थान पर खुद ही फॉर्म पर फर्जी हस्ताक्षर करके अपने मोबाईल नंबर अपडेट करवा लेता और अपडेट नम्बर के माध्यम से उसके बैंक खाते की इंटरनेट बैंकिंग सेवा शुरू करके खरीददारी कर लेता।

4 वर्षों से वारदात अंजाम देने में सक्रिय
ऐसे ही आरोेपी उस बैंक खाते का एटीएम  बनवाने के लिए आवेदन करता और इसके द्वारा उस बैंक धारक के नाम से तैयार की गई फर्जी आइडी दिखाकर डाकखाने से उसका  एटीएम कार्ड प्राप्त कर लेता और उसके खाते से कार्ड के माध्यम से एटीएम मशीन से नगद रुपए निकाल लेता। ऐसे ही इसने उपरोक्त अभियोग में शिकायतकर्ता के बैंक खाते की जानकारी लेकर नेटबैंकिंग के माध्यम से करीब 65 लाख रुपयों का सोना (गोल्ड) खरीदा। इतने बड़े अमाउंट के रुपयों का गोल्ड खरीदने के लिए जब ज्वेलर ने इससे इसका पैन  कार्ड मांगा तो इसने उपरोक्त अभियोग में शिकायतकर्ता के पैन कार्ड (पहले से बैंक के रिकॉर्ड से लिया हुआ) पर अपना फोटो लगाकर ज्वेलर को दे दिया और गोल्ड खरीद लिया। ऐसे ही इसने  एटीएम कार्ड के माध्यम से नकदी निकालने व स्वाइप करके रुपए निकाल लिए थे।आरोपी पहले 02 बार बल्लभगढ़ व पलवल में दर्ज इसी प्रकार के मामलों में जेल जा चुका है और फिलहाल अदालत से जमानत पर था। पिछले करीब 4 वर्षों से ये उपरोक्त प्रकार की वारदातों को अंजाम देने में सक्रिय है। आरोपी पुलिस  रिमाण्ड पर है जिससे पुलिस हिरासत रिमाण्ड के दौरान आरोपी से अन्य वारदातों व अन्य साथी आरोपियों के बारे में गहनता से पूछताछ करते हुए का बतामदगी की जाएगी। 

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