-गांव में जाने वाले मुख्य मार्ग पर भरा रहता है गंदा पानी
-पानी की निवासी के नहीं है कोई प्रबंध
-मानेसर नगर निगम में आया गांव, फिर भी कुछ सुधार नहीं

गुरुग्राम। गढ़ी गांव के आसपास बड़ी-बड़ी इमारतें बन चुकी हैं। गांव की तरफ जाने से लगता है कि गांव में भी खूब विकास हुआ होगा, लेकिन गांव के भीतर जाकर पता चलता है कि गांव में ऐसा कुछ नहीं हुआ है जिसे विकास कहा जाए। गांव के मुख्य मार्ग पर पिछले तीन साल से भी अधिक समय से गंदा पानी भरा रहता है, जिसकी निकासी के कोई प्रबंध नहीं है। इस कारण वहां से गुजरने वाले लोगों को रोज परेशानी झेलनी पड़ती है।

गांव से रेलवे स्टेशन की तरफ जाने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान के साथ बनी सड़क तो इतनी चौड़ी है कि उस पर एक कई-कई वाहन एक साथ निकाले जा सकते हैं। सबसे बड़ी समस्या यह है कि वहां पर 12 महीने गंदा पानी भरा रहता है। पैदल चलने वाले लोग तो यहां से निकलना नरक से निकलने के समान समझते हंै। क्योंकि एक तो गंदे पानी से निकलना और ऊपर से अगर कोई वाहन वहां से उसी समय आ जाए तो गंदा पानी सीधे लोगों पर ही गिरता है। कपड़े भी खराब हो जाते हैं। इस रास्ते पर एक सरकारी व एक निजी स्कूल है। बच्चों को भी बड़ी परेशानी यहां होती रही है।

गांव के समाजसेवी साहिल यादव, सतीश यादव, इंद्रप्रकाश यादव, श्याम सिंह यादव, धर्मवीर सिंह व आनंद सिंह का कहना है कि पहले तो गांव पंचायत में था। तब भी हालत बहुत खराब थी। अब गांव नगर निगम मानेसर में आ गया है। अभी भी कुछ काम नहीं हो रहा। कई बार इस समस्या को लेकर अधिकारियों से मिल चुके हैं, सभी ने इस बात को अनसुना कर दिया है। आश्वासन देते हैं, लेकिन काम नहीं कर रहे। इसके साथ ही हाल में कंक्रीट के बनाए गए गढ़ी से बसई रोड के निर्माण पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इस गांव के पास ही इस सड़क को ठीक से लेवल नहीं किया गया। सड़क में रोडिय़ां अलग ही दिखाई दे रही हैं। ग्रामीणों ने फिर से मांग की है कि नगर निगम के अधिकारी मौके पर दौरा करके उनकी समस्या देखें। तब उन्हें पता चलेगा कि किस तरह से नारकीय जीवन यहां के लोग जी रहे हैं।

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