बिजली विभाग का कारनामा बरसाती नाले में लगाया बिजली पोल.
सीएम विंडो पर लगाई गई शिकायत पर कर दी गई खानापूर्ति.
अब एक बार फिर पटौदी एसडीएम के संज्ञान में पहुंचा मामला

फतह सिंह उजाला ।
पटौदी ।
 पटौदी बिजली निगम अधिकारियों और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों सहित पालिका प्रशासन में इतना जबर्दस्त तालमेल शायद ही कहीं दिखाई दे । मामला पटौदी शहर में ही मुख्य बाजार मलिक टेंट हाउस मार्केट के आसपास का है । सड़क किनारे और दुकानों-मकानों के बीच में बरसाती और सीवर इत्यादि का पानी निकासी के लिए ड्रेनेज बनाया हुआ है , अब बिजली निगम विभाग का कारनामा देखिए कि इसी ड्रेनेज के अंदर बिजली का पोल भी जबरदस्ती लगाकर छोड़ दिया गया।

इस मामले में मलिक टेंट हाउस के संचालक लोकेश उर्फ बिट्टू मलिक का कहना है कि जिस समय बरसाती पानी निकासी के नाले में बिजली का पोल लगाया जा रहा था, इसका स्थानीय लोगों और दुकानदारों के द्वारा जबरदस्त विरोध किया गया। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई , अब खामियाजा यहां के दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है । बरसात होते ही ड्रेनेज से बरसाती पानी की निकासी नहीं होने के कारण बरसाती पानी आसपास की दुकानों प्रतिष्ठानों गोदामों के साथ-साथ मकानों में 2 से 3 फुट तक भरा हुआ है । बरसाती पानी दुकानों और मकानों में भरने से सबसे अधिक खतरा बिजली के करंट फैलने के साथ-साथ दुकानदारी पूरी तरह से चैपट होने का बना हुआ है । वही बरसाती पानी में विभिन्न प्रकार का सामान डूबने से दुकानदारों को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है ।

इस मामले में लोकेश उर्फ बिट्टू मलिक का कहना है कि अनेकों बार बिजली विभाग के स्थानीय अधिकारी तथा जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग सहित अन्य विभागों को अनेकों बार शिकायतें दी जा चुकी है। सुनवाई नहीं होने पर सीएम विंडो पर भी शिकायत लगाई गई, बिट्टू मलिक का आरोप है सीएम विंडो की शिकायत पर खानापूर्ति करके इस शिकायत को बंद किया जा चुका है । शनिवार को बरसात होने के बाद एक बार फिर से संबंधित स्थान पर बनी दुकान मकान और गोदामों में बरसाती पानी लबालब भर गया । जब यह मामला मीडिया के संज्ञान में लाया गया तो उसके बाद में मौके के फोटो और पीड़ित पक्ष के द्वारा कही गई बातों को पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार तथा पटौदी के एमएलए सत्य प्र्रकाश जरावता के संज्ञान में लाया गया । पीड़ित लोकेश उर्फ बिट्टू मलिक का आरोप है कि पहले तो अधिकारी कहते रहे कि बिजली का पोल यहां से हटा दिया जाएगा, लेकिन अब बिजली निगम के अधिकारी और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी के साथ ही संबंधित ठेकेदार भी अपनी जेब गर्म करने के लिए दबाव बना रहे हैं । वहीं आसपास के दुकानदारों में भी इस बात को लेकर रोष है कि संबंधित विभाग के अधिकारी अपनी मनमानी करते हुए और आम जनता सहित दुकानदारों की परेशानी को बढ़ाने का टारगेट लेकर बिना योजना के काम करते आ रहे हैं । जिसका खामियाजा छोटे छोटे दुकानदारों तथा आसपास के रहने वाले गरीब परिवारों को भुगतना पड़ रहा है।

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