निदेशक हरियाणा राज्य अभिलेखागार चंडीगढ़ के आदेश कागजों में सिमटे

चंडीगढ़, 05 अगस्त । हरियाणा प्रदेश सरकार के 44 साल के आदेश के बाद भी नेता जी सुभाष चंद बोस की आजाद हिंद फौज के सेनानियों का आज तक इतिहास नहीं बन पाया है।

देश की आजादी के बाद भी प्रदेश सरकार की अनदेखी के चलते नेता जी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज के स्वतंत्रता सेनानियों का इतिहास आज भी नहीं लिखा गया। यह कहना है कैथल जिले के गांव नरड से आजाद हिंद फौज के स्वतंत्रता सेनानी मनीराम की विधवा फुलादेवी का। फुला देवी ने कहा कि 8 दिसम्बर 1977 को निदेशक. हरियाणा राज्य अभिलेखागार चंडीगढ़ ने प्रदेश के आजाद हिंद फौज के सेनानियों को इतिहास बनाने के लिए पत्र लिखकर जीवन संबंधी सूचना भेजने के लिए कहा गया था। पत्र में लिखा था कि हरियाणा राज्य अभिलेखागार आजाद हिंद फौज के स्वतंत्रता सेनानियों का इतिहास बनाएगी।

आजाद हिंद फौज के स्वतंत्रता सेनानियों को सूचना पत्र के साथ एक फार्म भी भेजा था तथा उसे भरकर जमा करवाने को कहा गया था। सरकार 1977 के बाद से लेकर आज तक के 44 साल के लम्बे अंतराल में 25 बार सेनानी परिवारों से फोटो व इतिहास मांग चुकी है लेकिन आज तक कोई भी कार्य इतिहास संकलन को लेकर नहीं किया गया।

बता दें कि देश की आजादी की लड़ाई में हरियाणा से नेता जी की फौज के 5000 से अधिक स्वतंत्रता सेनानियों ने भाग लिया था। जिसमे 2 हजार से अधिक आजाद हिंद फौज के सेनानियों ने भाग लिया था। आज अधिकतर सेनानी इस इतिहास के इंतजार में स्वर्ग सिधार गए हैं। प्रदेश में इस समय केवल 5 स्वतंत्रता सेनानी व 350 उनकी विधवाएं आज जिंदा हैं वे भी इस इतिहास को देखना चाहती हैं। पूर्व की सरकारो की अनदेखी के चलते स्वतंत्रता स्वतंत्रता सेनानियों का इतिहास नहीं बन पाया। भाजपा की मनोहर लाल सरकार का स्वतंत्रता सेनानी परिवार वाले कर्मचारियों की तर्ज पर मेडिक्लेम देने के लिए आभार जताते हुए स्वतंत्रता सेनानी परिवारों ने की मांग है कि जल्द ही स्वतंत्रता सेनानियों व आई.एन.ए. का इतिहास बनाया जाए।

उत्तराधिकारियों को चंडीगढ़, उत्तरप्रदेश, गोवा, बिहार, पंजाब की तर्ज पर नौकरियों में 2 प्रतिशत खुला आरक्षण दिया जाए व प्रदेश में स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों उत्तराखंड सरकार की तर्ज पर कुटुम्ब सम्मान पेंशन दी जाए। देश की आजादी की लड़ाई में हरियाणा प्रदेश से 5000 से भी अधिक स्वतंत्रता सेनानियों ने भाग लिया था। जिसमें से 2000 से भी अधिक स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज के सैनिक थे। इन स्वतंत्रता सेनानियों को मनीमाजरा कोशपाल अक्षय पुण्य निधि विभाग हरियाणा द्वारा पेंशन दी जा रही है। आज की तारीख में लगभग 350 सेनानियों को पेंशन दी जा रही है। जिसमें से 5 स्वतंत्रता सेनानी खुद जिंदा है, 350 के करीब उनकी विधवा और 36 उनके डिपेंडेंट जो बेरोजगार अविवाहित अपंग है।

परिजनों ने किया मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त

हरियाणा सरकार द्वारा आजाद हिन्द फौज के सेनानियों, एवं उनके आश्रितों को भी सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर कैशलेस स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ देने के निर्णय का हरियाणा के स्वतंत्रता सेनानियों व उनके परिजनों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त किया है। स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन ओम प्रकाश जींद, डॉक्टर सतपाल सिंह हिसार, सुरेंद्र डूडी चरखी दादरी, सुरेन्द्र जागलान जींद, कर्म सिंह कैथल मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करते हुए आजाद हिंद फौज के सैनिकों का इतिहास बनाने की भी मांग की।