बीकेयू जिलाध्यक्ष की रिहाई के लिए किसानों ने किया इसराना थाने का घेराव

किसान नेता बोले कि पुलिस के ही एक कर्मचारी ने किसानों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. किसी भी विधायक या बीजेपी के नेता ने किसानों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करवाया था. यह पुलिस का षड्यंत्र है.

पानीपत. बीकेयू जिला अध्यक्ष की गिरफ्तारी से नाराज किसानों ने सोमवार को इसराना थाने का घेराव किया. भारी संख्या में इसराना थाने पर पहुंचे किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग की थी. जिला अध्यक्ष की रिहाई की मांग को लेकर पहुंचे किसानों ने कहा कि जब तक सभी किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमे रद्द नहीं हो जाते, वे थाने के बाहर टेंट लगाकर बैठे रहेंगे.

किसान नेता सुधीर जाखड़ को पानीपत पुलिस ने बीते रोज गिरफ्तार किया था. किसान नेता सुधीर जाखड़ के खिलाफ पानीपत के इसराना थाने में बीजेपी नेताओं के विरोध करने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ भाषण देने व पुलिस ड्यूटी में बाधा डालने की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसके चलते आज पानीपत पुलिस ने घर से ही किसान नेता सुधीर जाखड़ को गिरफ्तार किया और बाद दोपहर को उन्हें न्यायालय में पेश किया गया था. कोर्ट ने सुधीर जाखड़ को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. गौरतलब है कि युवा किसान नेता सुधीर जाखड़ को पहले भी एक अन्य मामले में 2 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था. तब न्यायालय से उन्हें जमानत मिल गई थी. एक महीने बाद फिर से किसान नेता को गिरफ्तार कर आज कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.

किसान नेता व भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष की गिरफ्तारी से नाराज किसान सोमवार को इसराना थाना पहुंचे और थाने का घेराव किया. इस दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग कर किसानों को रोका. किसानों का कहना है कि पुलिस प्रशासन ने उनके नेता को गलत तरीके से गिरफ्तार किया है. उनकी रिहाई की मांग को लेकर किसानों ने जमकर सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. किसानों की मांग है कि अगर जल्द किसान नेता सुधीर जाखड़ को रिहा नहीं किया गया, तो किसान इसराना थाने का घेराव जारी रखेंगे. वहीं सूत्रों की माने तो जिला अध्यक्ष को आज कोर्ट में पेश किया गया था, जिसमें उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई है. लेकिन अभी तक सुधीर पुलिस कस्टडी में हैं. 6 बजे के बाद हो सकते हैं रिहा.

आपको बता दें कि करीब एक महीने पहले किसी फैक्ट्री में बीजेपी विधायकों के कार्यक्रम के खिलाफ इसराना विधानसभा के ब्राह्मण माजरा गांव में किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया था. एसएचओ ने बताया कि जिला अध्यक्ष ने एक वीडियो जारी कर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था. इसी को लेकर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. एसएचओ के इस बयान पर किसान नेता बोले कि पुलिस के ही एक कर्मचारी ने किसानों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. किसी भी विधायक या बीजेपी के नेता ने किसानों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करवाया था. यह पुलिस का षड्यंत्र है.

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