मनेठी-माजरा एम्स निर्माण के सम्बन्ध में पर्यावरणीय समिति की एनओसी सहित निर्माण की सभी औपचारिकताएं पूरी करके निर्माण कार्य शुरू नही हो जाता, तब तक वे जश्न मनाने की बजाय जमीनी धरातल पर निर्माण कार्य शुरू करवाने के लिए जनदबाव जारी रखे
रेवाड़ी, 30 जुलाई 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने दक्षिणी हरियाणा के आमजनों से आग्रह किया कि जब तक मनेठी-माजरा एम्स निर्माण के सम्बन्ध में पर्यावरणीय समिति की एनओसी सहित निर्माण की सभी औपचारिकताएं पूरी करके निर्माण कार्य शुरू नही हो जाता, तब तक वे जश्न मनाने की बजाय जमीनी धरातल पर निर्माण कार्य शुरू करवाने के लिए जनदबाव जारी रखे। विद्रोही ने कहा कि एम्स से सम्बन्धित विगत छह सालों का अनुभव इतना कटुभरा है कि जब तक निर्माण कार्य धरातल पर शुरू नही हो जाता, तब तक भाजपा सरकार व चुने हुए भाजपा के जनप्रतिनिधियों की किसी भी बात पर विश्वास करके चैन से बैठ जाना घातक होगा। एम्स निर्माण का श्रेय लेने की होड़ में मुख्यमंत्री, मंत्री, भाजपा सांसद, विधायक कई बार बयान बहादुर बनकर मीडिया में एम्स का रास्ता साफ होने का दावा कर चुके है जो आज तक हकीकत में नही बदला है।
विद्रोही नेे कहा कि माजरा के किसानों ने खुद का आर्थिक नुकसान करके दक्षिणी हरियाणा में एम्स जैसा उच्च स्तरीय स्वास्थ्य संस्थान बने, इसके लिए बड़ा दिल करके अपनी अमूल्य जमीन कोडियों के भाव में देकर एम्स निर्माण का जो रास्ता साफ किया है, उसके लिए हरियाणा व राजस्थान का पूरा अहीरवाल माजरा के किसानों के आर्थिक बलिदान को सलाम करते हुए सदैव के लिए उनका ऋणी रहेगा। कटु सत्य यह है कि यदि एम्स वास्तव में धरातल पर बनेगा तो उसका सारा श्रेय दक्षिणी हरियाणा के आमजनों के संधर्ष को जाता है वरना भाजपा सरकार तो कभी का मनेठी-माजरा एम्स निर्माण से मुंह मोड़ चुकी थी।
विद्रोही ने कहा कि एम्स निर्माण करवाने खातिर भाजपा सरकार को बाध्य करने का पहला श्रेय किसी को है तो वह दक्षिणी हरियाणा के आमजनों को है। पक्ष-विपक्ष व नेताओं को उसके बाद ही श्रेय मिलता है। एम्स निर्माण की अभी पहली बाधा दूर हुई है, अभी कितनी अडचने आएगी और भाजपा सरकार एम्स निर्माण देरी में क्या-क्या तिड़कमे करेगी, यह कोई नही जानता। गिरगिट की तरह रंग बदलने वाली भाजपा सरकार की किसी बात को अंतिम मानकर उस पर विश्वास करना घातक होगा। ऐसी स्थिति में विद्रोही ने दक्षिणी हरियाणा के आमजनों से आग्रह किया कि एम्स निर्माण के प्रति आश्वस्त होकर किसी भी तरह का जश्न मनाकर चैन से बैठने की बजाय सजग रहकर धरातल पर एम्स निर्माण कार्य शुरू करवाने के लिए सरकार पर मजबूती से दबाव बनाते रहे।