रेवाड़ी, 24 जुलाई 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजपा खट्टर सरकार के पोर्टल पर जमीन लेने के खेल के चलते विगत पांच सालों से निजामपुर नारनौल में मल्टी स्पेशयलिटी हब निर्माण कार्य अटका पडा है और पोर्टल-पोर्टल खेल में यह और कितने दिन और अटका रहेगा, यह भी कोई नही जानता। विद्रोही ने कहा कि मनेठी-माजरा एम्स के लिए जमीन का मामला भी भाजपा खट्टर सरकार ने पोर्टल-पोर्टल के खेल में उलझाकर दक्षिणी हरियाणा के लिए ढाई वर्ष पूर्व मोदी केबिनेट द्वारा 1299 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाला एम्स का मामला उलझा हुआ है। हर सप्ताह रेवाड़ी जिला प्रशासन बयान बहादुर बनकर एम्स के लिए मिल रही माजरा की जमीन के पैच जल्दी सुलझाने के लिए खुद मियां मिठ्ठू बनकर मीडिया में अपनेे प्रशस्ति गीत गाता रहता है। पर जमीन पैच का मामला है कि सुलझ ही नही रहा है। लगता है कि नारनौल मल्टी स्पेशयलिटी हब की तरह मनेठी-माजरा एम्स का मामला भी पता नही पोर्टल-पोर्टल यह खेल में कब सुलझेगा। 

विद्रोही ने कहा कि विकास के नाम पर जमीन लेने के मामले में पोर्टल-पोर्टल का खेल उस दक्षिणी हरियाणा के साथ खेलकर सुनियोजित ढंग से ठगा जा रहा है जिस क्षेत्र ने विगत दो लोकसभा-विधानसभा आम चुनावों में भाजपा को ना केवल एकतरफा जनसमर्थन दिया अपितु अक्टूबर 2019 विधानसभा चुनाव के बाद मनोहरलाल खट्टर को दोबारा मुख्यमंत्री बनाने का रास्ता भी साफ किया। जिस दक्षिणी ने खट्टर जी को दोबारा मुख्यमंत्री बनाने का रास्ता साफ किया हो, वे उसी क्षेत्र के साथ विकास के मामले में औच्छी व भेदभावपूर्ण राजनीति करके लोगों के साथ छल कर रहे है। सवाल उठता है कि दक्षिणी हरियाणा में ही विकास प्रोजेक्टों के साथ सौतेला व भेदभावपूर्ण व्यवहार क्यों किया जा रहा है? जिस भावना से दक्षिणी हरियाणा ने भाजपा को जनसमर्थन दिया था, उसी भावना से यहां पर विकास क्यों नही हो रहा है?

विद्रोही ने कहा कि राजनीतिक कारणों से एम्स सहित विभिन्न विकास कार्यो में मुख्यमंत्री खट्टर द्वारा दक्षिणी हरियाणा के साथ की जा रही धोखाधडी की जितनी निंदा की जाये वह कम है। 

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