ठेकेदार का दावा वर्ष के अंत तक बनाकर तैयार हो जाएगा अंडर पास. रेल मंत्रालय, केंद्रीय मंत्री, यात्री संघ के दबाव बाद मौके पर पहुंचा ठेकेदार. 15 फरवरी 2021 को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने किया था शिलान्यास फतह सिंह उजाला पटौदी । दिल्ली रेवाड़ी रेल खंड पर यात्रियों की संख्या को देखते हुए सबसे अधिक महत्वपूर्ण पटौदी रेलवे स्टेशन के साथ जाटोली फाटक 46 सी पर बनाया जाने वाला अंडरपास वर्ष के अंत तक तैयार करना ठेकेदार के लिए बहुत बड़ी चुनौती साबित हो सकता है । बीते सप्ताह में दूसरी बार सोमवार देर शाम मौके पर पहुंचे अंडर पास निर्माता ठेकेदार विनोद मनोचा के द्वारा दावा किया गया कि दिसंबर 2021 के अंत तक जटोली फाटक के इस अंडरपास को बनाकर तैयार कर दिया जाएगा। लेकिन जाटोली फाटक पर बनाए जाने वाले अंडर पास का जिस प्रकार का लेआउट प्लान अथवा डिजाइन है , उसको देखते हुए यह काम इतना आसान भी नहीं है । जाटोली फाटक पर बनाया जाने वाला अंडर पास एक प्रकार से यू शेप में बनाया जाना है । गौरतलब है कि पटौदी क्षेत्र के साथ-साथ आसपास के करीब एक सौ गांवों के दैनिक यात्रियों के द्वारा पटौदी रेलवे स्टेशन पर आवागमन करने सहित यहां पर लंबे समय तक फाटक पर गुड्स ट्रेन को रोके जाने की वजह से अंडर पास बनाए जाने की मांग बीते करीब दो दशक से की जा रही थी । अंततः जाटोली फाटक पर अंडरपास बनाए जाने को लेकर सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के प्रयास रंग लाए और इसके निर्माण का टेंडर छोड़ने से पहले रेलवे के जीएम सहित तकनीकी अधिकारियों के द्वारा भी मौके का मुआयना किया गया । स्थानीय लोगों की मांग को देखते हुए जाटोली फटक अंडर पास की चैड़ाई 12 फुट और ऊंचाई 16 फुट निर्धारित की गई । जिसकी वजह से यह पूरा प्रोजेक्ट करीब 3 करोड रुपए लागत का बन गया । इसके बाद में सांसद एवं केंद्रीय मंत्री के द्वारा इसी वर्ष 15 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जाटोली अंडरपास निर्माण का शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन भी धूमधाम के साथ में संपन्न हुआ । लेकिन इसके कुछ दिन बाद ही अंडरपास को बनाने वाला ठेकेदार अचानक गायब हो गया । इस दौरान पटौदी रेलवे स्टेशन पर पहले की ही तरह से कई कई घंटे ही नहीं बलिक दो दो दिन तक भी गुड्स ट्रेन को रोके रखने का सिलसिला आज तक बना हुआ है। जिसकी वजह से आपात स्थिति में जाटोली से हेली मंडी की तरफ और हेली मंडी से जाटोली जाने की तरह आवागमन करते हुए अनेक बेकसूर नागरिक अकाल मौत का शिकार भी बन चुके हैं । इसी बीच पटौदी दैनिक यात्री संघ के अध्यक्ष एवं अन्य प्रबुद्ध नागरिकों का प्रतिनिधिमंडल जाटोली फाटक पर अंडर पास बनाए जाने अथवा निर्माण आरंभ किए जाने के लिए लगातार रेलवे प्रशासन, रेलवे बोर्ड, रेलवे मंत्रालय सहित केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के दरबार में हाजरी दर हाजरी बजाता रहा। हैरानी की बात यह है कि जिस स्थान पर अंडर पास बनाया जाना है , वहां पर निर्माता कंपनी संबंधित ठेकेदार , प्रोजेक्ट संबंधित रेलवे अधिकारी, कनिष्ठ अभियंता व आपात स्थिति के संपर्क के लिए किसी भी प्रकार का सूचना पट्ट नहीं लगाया गया है । यह प्रोजेक्ट कब आरंभ हुआ और कब इसका समापन होना है, इतनी इसकी लागत है किसी भी प्रकार की कोई सूचना निर्माण स्थल पर आज तक नहीं लगाई जा सकी है । जबकि नियमानुसार इस प्रकार का लेआउट प्लान सहित सूचना निर्माण साइट पर लगाया जाना अनिवार्य है । सोमवार दिन ढले जाटोली अंडरपास निर्माण साइट पर पहुंचे ठेकेदार विनोद मनोचा ने रेलवे परामर्श समिति के सदस्य और दैनिक रेल यात्री संघ के अध्यक्ष योगेंद्र चैहान सहित अन्य स्थानीय प्रबुद्ध नागरिकों को आश्वासन दिलाया कि इसी वर्ष दिसंबर तक जाटोली अंडरपास का निर्माण पूरा कर दिया जाएगा । जाटोली अंडरपास निर्माण में जो कुछ भी व्यवधान या फिर बाधा सहित विवाद था, उसका आपस में मिलकर समाधान कर लिया गया है । इधर मानसून सिर पर आ चुका है , अंडरपास निर्माण साइट पर हजारों वर्ग फीट गहरा लंबा चैड़ा खड्डा भी आसपास के आवास सहित मकानों के लिए खतरे की घंटी बना हुआ है । अब देखना यह है कि जाटोली अंडरपास को बनाने वाला ठेकेदार अपने वादे की कसौटी पर कितना खरा उतर सकेगा । वही रेलवे परामर्श समिति के सदस्य दैनिक रेल यात्री संघ के पदाधिकारियों के द्वारा जाटोली अंडरपास के निर्माण को आरंभ करवाए जाने के लिए संबंधित ठेकेदार पर बनाए गए दबाव के वास्ते केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का आभार व्यक्त किया गया है। Post navigation 37. 50 क्यूसेक पानी से बुझेगी पटौदी देहात की प्यास – जरावता जल्द बनेगा धारूहेड़ा में यहां का आउटर बाईपास: राव इंद्रजीत