कितलाना टोल पर धरने के 200वें दिन किसानों ने की भाजपा नेताओं के बयानों की कड़ी निंदा
चरखी दादरी जयवीर फोगाट
12 जुलाई, हरियाणा की गठबंधन सरकार के मंत्रियों के साथ भाजपा- जजपा नेता आए दिन किसान- मजदूरों के आत्म सम्मान को ठेस पहुंचाने का काम कर रहे हैं इसे कतई सहन नहीं किया जाएगा। यह बात किसान नेता राजू मान ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि टोल पर धरने को आज 200 दिन पूरे हो गए हैं। उसके बावजूद सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। उन्होंने कहा कि ऊपर से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने किसानों के आंदोलन को पार्टी विशेष का आंदोलन बता उनके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है।
अध्यक्ष मंडल के सदस्य गंगाराम श्योराण ने कहा कि वक्त बीतने के साथ आज देश के किसानों के साथ मजदूर भी समझ गए हैं कि ये तीन काले कानून उनके लिये ही नहीं उनकी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी घातक हैं। इसलिए सबने मिलकर इसे जनांदोलन का रूप दे दिया है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम होने के बाद भी पेट्रोल-डीजल के भाव आज रिकॉर्ड स्तर पर हैं जिससे बढ़ी मंहगाई ने आम जन मानस का जीना मुहाल कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार आंदोलन को भड़काने और उकसाने का प्रयास कर रही है। भाजपा- जजपा नेताओं का दौरों पर भारी विरोध हो रहा है।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल के धरने पर 200वें दिन खाप सांगवान चालीस के सचिव नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप के कोषाध्यक्ष राजबीर, जाटू खाप के मास्टर राजसिंह जताई, कादयान खाप के जयसिंह, मीरसिंह नीमड़ी वाली, गंगाराम श्योराण, किसान सभा के प्रताप सिंह सिंहमार, कमल प्रधान, सब्बीर हुसैन, प्रेम शर्मा, रतन्नी डोहकी, संतोष देशवाल ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि चाहे कितना ही लंबा वक्त बीत जाए तीन काले कानून रद्द होने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
धरने का मंच संचालन राजकुमार हड़ौदी ने किया। इस अवसर पर रामफल देशवाल, रणधीर कुंगड़, प्रोफेसर जगमिंद्र सांगवान, आजाद सिंह अटेला, जागेराम डीपीई, ब्रह्मानंद कादयान, राजपाल कादयान, कप्तान सतबीर सिंह, पूर्व सरपंच बलबीर सिंह, जगदीश हुई, लवली पूर्व सरपंच, वीरेंद्र पहलवान बडराई, संजय मानकावास, सूबेदार सतबीर सिंह, महिपाल आर्य, धर्मबीर समसपुर, सत्यवान कालुवाला इत्यादि मौजूद थे।