मुख्यमंत्री ने “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली” की शुरुआत- गृह मंत्री इस परियोजना पर लगभग 300 करोड़ रुपये का खर्च, जिसमें कॉल सेंटर, सॉफ्टवेयर के साथ- साथ 630 नई इंनोवा गाड़ियां भी खरीदी- अनिल विज इस प्रणाली में चार भाषाओं के जानकार कर्मियों को किया तैनात, जिनमें हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और हरियाणवी शामिल- गृह मंत्री अनिल विज कोविड के दौरान हरियाणा पुलिस का कार्य सराहनीय- अनिल विज पंचकूला, 12 जुलाई- हरियाणा के गृह मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि आज किसी भी प्रदेश की तरक्की औद्योगिकीकरण की वजह से होती है औद्योगिकरण उसी प्रदेश में पनपता है, जहां की कानून व्यवस्था अच्छी हो, इसलिए आज हम आम आदमी की बहाली के लिए एक कदम और आगे बढ़ा रहे हैं और इस कड़ी में हरियाणा के लोगों को आज मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली” की शुरुआत की। यह प्रणाली 13 जुलाई प्रातः 8:00 बजे से पूरे राज्य में शुरू हो जाएगी। श्री विज आज यहां पंचकूला में “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली” की शुरुआत के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। श्री विज ने अपने जीवन को याद करते हुए बताया कि उनकी 52 साल की पब्लिक लाइफ़ हो चुकी है और जब कभी भी कोई घटना या दुर्घटना हुई, तो आदत के अनुसार वे वहां पहुंचे हैं और लोगों ने एक ही शिकायत उनसे की है कि पुलिस समय पर नहीं आई। इसी प्रकार, इंडियन सिनेमा ने भी पुलिस की छवि को खराब करने का काम किया है और फिल्मों में हमेशा यही दिखाया जाता रहा है, कि पुलिस हमेशा घटना के काफी देर तक पहुंचती है। लेकिन आज हम हरियाणा में एक क्रांतिकारी कदम उठाने जा रहे हैं और आज इसी कड़ी में “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली” की शुरुआत की जा रही है। गृह मंत्री श्री विज ने हरियाणा के लोगों को वचन देते हुए कहा कि हरियाणा के लोगों की मांग और पीड़ित तक पुलिस की गाड़ी 15 से 20 मिनट में पहुंचेगी और अपराधियों के हौसले पस्त होंगे।विज ने कहा कि इस परियोजना पर लगभग 300 करोड़ रुपये का खर्च आया है जिसमें कॉल सेंटर, सॉफ्टवेयर के साथ- साथ 630 नई इंनोवा गाड़ियां भी खरीदी गई है। इन गाड़ियों में से प्रत्येक पुलिस थाने को दो-दो गाड़ियां उपलब्ध करवाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने आज इन गाड़ियों को हरी झंडी दिखा कर रवाना कर दिया है और आज शाम तक ये गाड़ियां अपने गन्तव्य स्थान तक पहुँच जाएगी। उन्होंने बताया कि कल यानि 13 जुलाई प्रातः 8 बजे से ये प्रणाली शुरू हो जाएगी। श्री विज ने बताया कि “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली” में चार भाषाओं के जानकार कर्मियों को तैनात किया गया है जिनमें हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और हरियाणवी शामिल है क्योंकि हरियाणा बहुभाषी प्रदेश है यहां कई भाषाओं में काम करने वाले लोग रहते है। उन्होंने कहा कि हरियाणवी भाषा को भी इसमें शामिल किया गया है और हमारी सरकार ने ही हरियाणावी की कदर और चिंता पहली बार की है इसलिए हरियाणा के किसी भी कोने से इन चार भाषाओं में कोई भी कॉल आती है तो उसे अटेंड किया जाएगा। इसके अलावा, हम विदेशी भाषा की व्यवस्था भी करने जा रहे हैं ताकि किसी भी कॉल को अटेंड करने से छोड़ा ना जा सके। श्री विज ने बताया कि इस प्रणाली के तहत किसी भी फोन कॉल, एसएमएस पर शिकायत सुनी जाएगी और शिकायत करने वाले का कॉल सेंटर में लोकेशन पता लगेगी और उससे नजदीक वाली गाड़ी को घटना पर पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन गाड़ियों में फर्स्ट ऐड, स्ट्रेचर इत्यादि का भी प्रावधान किया गया है और इसके अलावा इस गाड़ी में ऐसी व्यवस्था भी की गई है जो सीन का अवलोकन करने के पश्चात एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को जरूरत अनुसार कमांड देने का भी काम करेगी। श्री विज ने बताया कि आपदा की सुविधा को जोड़ने पर भी इस नंबर सेवा पर विचार किया जा रहा है। श्री विज ने कहा कि हरियाणा पुलिस विभाग अब हाईटेक होने जा रहा है क्योंकि इस प्रणाली के तहत पारदर्शिता बढ़ेगी और यह रिकॉर्डेड भी होगी। इस प्रणाली की वजह से जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी क्योंकि इसकी निगरानी सिस्टम करेगा और सिस्टम किसी से भेदभाव नहीं करता है। उन्होंने कहा कि हर महीने समीक्षा भी की जाएगी और एक महीने में कितनी गाड़ियां कितने समय पर घटनास्थल पर पहुंची और इस सिस्टम में जिलों को भी जोड़ा जाएगा।उन्होंने कहा कि इससे कानून व्यवस्था में सुधार आएगा और कानून व्यवस्था को एक बहुत बड़ा बूस्ट भी मिलने वाला है। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के आने से आम आदमी भी अपने आप को सुरक्षित मान सकता है क्योंकि पुलिस उसके पीछे – पीछे चल रही है जो उस तक पहुंचने में केवल 15 मिनट का समय लेगी और कोई भी व्यक्ति राज्य में निर्भीक होकर अपना काम-धंधा कर सकता है। गृह मंत्री अनिल विज ने कोविड की दूसरी लहर का जिक्र करते हुए कहा कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान एक दिन ऐसा भी था, जब संक्रमण के 15 से 16 हजार केस राज्य में आया करते थे और यह अब घटकर 56 हो गए हैं। इसके पीछे पुलिस के जवानों की दिनरात की मेहनत है। उन्होंने कहा कि हमने नियम- कायदे बनाये, गैदरिंग के लिए समय सीमा तय की और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हरियाणा पुलिस के जवानों ने दिन-रात मेहनत करते हुए अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना इस संक्रमण को रोकने में अपने अहम भूमिका निभाई। श्री विज ने कहा कि इस दौरान बहुत से कर्मचारी संक्रमित हुए और शहीद भी हुए, लेकिन इस अदृश्य दुश्मन से लड़ने के लिए पुलिस ने अपनी एक बड़ी भूमिका अदा की है। श्री विज ने कहा कि इस प्रणाली के शुरू होने पर हरियाणा के वासियों को इसका दिल से स्वागत करना चाहिए क्योंकि हरियाणा पुलिस हमेशा अपनी जान की परवाह किए बिना प्रदेशवासियों की सेवा, सुविधा और सुरक्षा के लिए लगी रहती है। इस मौके पर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता, मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डीएस ढेसी, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित कुमार अग्रवाल, पुलिस महानिदेशक मनोज यादव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एएस चावला सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। Post navigation मुख्यमंत्री मनोहर लाल करेंगे हरियाणा 112 की शुरुआत गाय के नाम पर राजनीति करना चंद्रमोहन बिश्नोई को शोभा नहीं देता : वरिन्द्र गर्ग