रेवाड़ी, 11 जुलाई 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने एक बयान में कहा कि लम्बे-चौड़े दमगज्जे मारने वाली भाजपा की स्थिति यह है कि वह प्रदेश में अपनी बैठके भी पुलिस संगीनों के साये के बिना करने में असमर्थ है। विद्रोही ने कहा कि शनिवार को भाजपा की हरियाणा के विभिन्न जिलों में हुई बैठके बड़ी मुश्किल से भारी पुलिस के सरंक्षण में येनकेन प्रकेरण सम्पन्न हुई। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, मंत्रीयों, सांसदों, विधायकों को पुलिस इन बैठकों में छिपाकर गुपचुप तरीके से लेकर गई। इतने भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बाद किसी भी जिले में ढंग से भाजपा की बैठक नही हो पाई जो मीडिया में आये भाजपा नेताओं के खुद के बयानों से स्पष्ट है। सवाल उठता है कि जो सत्तारूढ़ सरकार अपनी पार्टी की बैठके भी बिना पुलिस के सहयोग से नही कर पा रही है, उसके प्रति आमजनों में कितना जनाक्रोश है, यह बताने की जरूरत नही। विद्रोही ने कहा कि प्रदेश में भाजपा के कुशासन, बडबौलेपन, जुमलेबाजी, महंगाई, कुव्यवस्था व बेलगाम अफसरशाही से हर नागरिक परेशान है। भाजपा सरकार किसान, मजदूर, मेहनतकश, छात्र, युवा, कर्मचारी, छोटे व्यापारी को लूटने व प्रताडि़त करने का कोई मौका नही छोड़ रही है। इस भयंकर गर्मी में पूरे हरियाणा में बिजली व पीने के पानी की कमी से आमजन बुरी तरह से त्रस्त है। मोनसून समय पर नही आने रिजर्व वाटरस में पानी की कमी तो है ही, साथ में भंयकर गर्मी से बढ़ती बिजली की मांग से बिजली सिस्टम भी धराशायी हो गया। भारी बिजली लोड के चलते बिजली फाल्ट आ रहे है, पावर कट लग रहे है, वहीं बिजली फाल्ट को दूर करने खातिर पर्याप्त बिजलीकर्मी नही होने से स्थिति बद से बदतर बन रही है। विद्रोही ने कहा कि प्रदेश में पैट्रोल का भाव प्रति लीटर सौ रूपये के पार हो चुका है और डीजल भी शतक लगाने के करीब है। बढ़ती महंगाई से आमजन का अपनी रसोई चलाना दूभर होता जा रहा है। मोदी सरकार की तुगलकी नीतियों व कुव्यवस्था से खाद्य पदार्थ, दूध, खाने का तेल, सब्जियों के भाव आसमान छू रहे है। कोरोना संकट के चलते आमजन की पहले ही आर्थिक रूप से कमर टूट चुकी है और रही-सही कसर बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और सरकारी कुव्यवस्था ने पूरी करके आमजन केे गले से रोटी का निवाला भी छीनता जा रहा है। Post navigation हस्यास्पद,हरियाणा भाजपा सरकार व जिला प्रशासन मनेठी-माजरा एम्स के निर्माण के प्रति गंभीर : विद्रोही स्वभाविक नेता व कठपुतली नेताओं में दिन-रात का अंतर होता है : विद्रोही