चंडीगढ़, 5 जलाई- हरियाणा राज्य चौकसी ब्यूरो ने आज दो अलग-अलग घटनाओं में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अर्न्तगत कार्रवाई करते हुए दो पुलिस कर्मियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफतार किया गया है। ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि पहला मामला जिला सिरसा से सम्बन्धित है, जहां डबवाली सी.आई.ए. इंचार्ज उप निरीक्षक अजय कुमार को शिकायतकर्ता सुखबीर सिंह से 2 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफतार किया गया। प्रवक्ता ने बताया कि सुखबीर सिंह ने एक शिकायत विजिलेंस ब्यूरो को दी थी कि उसके पिता, जिनकी उम्र करीब 75 वर्ष है, एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत 10 वर्ष की सजा काट रहे थे और पैरोल पर घर आए थे। बीमारी व कोविड-19 के चलते वे पैरोल की अवधि के दौरान वापिस जेल नहीं जा पाए, जिस कारण उनके विरूद्ध पैरोल एक्ट के तहत अभियोग अंकित हो गया था। इस अभियोग में पिताजी को गिरफ्तार न करने की एवज में सी.आई.ए. इंचार्ज अजय कुमार ने उनसे 2 लाख रुपये की मांग की व पनाह देने के जुर्म में हमें भी गिरफ्तार करने की धमकी देने लगा। शिकायतकर्ता ने बताया कि सी.आई.ए. इंचार्ज अजय कुमार बार-बार फोन करके उनसे 2 लाख रुपये की मांग कर रहा है, जिसकी उसने रिकार्डिंग कर ली है। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो से अनुरोध किया कि वह रिश्वत की राशि नहीं देना चाहता इसलिए सी.आई.ए. इंचार्ज अजय पर कार्रवाई की जाए। शिकायतकर्ता की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियोग संख्या 6 धाराधीन 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम थाना राज्य चौकसी ब्यूरो, हिसार में दर्ज किया गया। उप पुलिस अधीक्षक कैलाश चन्द के नेतृत्व में एक टीम का गठन करके ड्यूटी मैजिस्ट्रेट श्री गुरूदेव सिंह, तहसीलदार सिरसा की मौजूदगी में उक्त सी.आई.ए. इंचार्ज उप निरीक्षक अजय कुमार को 2 लाख रुपये की रिश्वत सहित रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी से गहनता से पूछताछ की जा रही है। प्रवक्ता ने बताया कि दूसरे मामले में थाना भट्टू कलां जिला फतेहाबाद के उप निरीक्षक जीत राम को शिकायतकर्ता श्री सहदेव, निवासी गांव बान मन्डोरी से 4000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो को सूचना दी कि 7 जून, 2021 को उसकी गाड़ी से एक एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें उसके विरूद्ध मुकदमा दर्ज करने की धमकी देकर उक्त उप निरीक्षक 10 हजार रुपये की मांग कर रहा है। बाद में 7 हजार रुपये में सौदा तय हुआ, जिनमें से 4 हजार रुपये आज दिए जाने है। इस सूचना के आधार पर थाना राज्य चौकसी ब्यूरो, हिसार ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। विजिलेंस ब्यूरो की टीम द्वारा उप पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार के नेतृत्व में व ड्यूटी मैजिस्ट्रट श्री राजेश गर्ग, नायब तहसीलदार, फतेहाबाद की मौजुदगी में उप निरीक्षक जीत राम को 4 हजार रुपये की रिश्वत सहित रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी से गहनता से पूछताछ की जा रही है। प्रवक्ता ने बताया कि दोनों अभियोगों का अनुसंधान प्रगति पर है। Post navigation कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की जरूरत- स्वास्थ्य मंत्री साहिब जादा सेवा सोसायटी ने गुरु हरगोविंद सिंह साहब के प्रकाश पर्व पर लगाया लंगर