प्रदेश में कोरोना महामारी पर दो कानून, जनता के लिए डंडा और बीजेपी के लिए पेप्सी कोला
दूसरी लहर की भयावहता से नही लिया सबक, खट्टर जिलों में दौड़ रहे दर दर

पटौदी 5/7/2021 : ‘कोरोना काल मे भी खट्टर सरकार की लापरवाही व तानाशाही जारी है, अभी महामारी का कहर खत्म भी नही हुआ है कि सरकार खुद कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए अपनी खोई सियासी जमीन की तैलाश में प्रदेश के जिलों में दर दर भटक रही है।’ उक्त बातें प्रदेश की महिला कॉन्ग्रेस से प्रदेश महासचिव सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि सरकार कह रही है कि महामारी का अभी खतरा टला नही है और सावधानी के लिए रात्रि कर्फ्यू व महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा के तहत 12 जुलाई तक नियम लागू किये हुए हैं, किन्तु शायद ये कोविड-19 नियम व कानून आम जनता व विपक्षी पार्टीयों पर ही लागू होते हैं इस बीजेपी सरकार पर नही।

कॉन्ग्रेस नेत्री ने कहा कि प्रदेश के सीएम ने कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता से कोई सबक नही लिया, जब अस्पताल में बेड, दवाइयों व ऑक्सीजन की कमी से लोग मर रहे थे तो अब भी उन संसाधनों की कमियों को दूर करने की बजाए और लोगों की तकलीफें सुलझाने की बजाए सीएम अपनी सस्ती लोकप्रियता को भुनाने के चक्कर मे जनता को भगवान भरोसे छोड़ कर राजनीति करते हुए जिलों में बैठकें आयोजित कर रहे हैं।

महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव वर्मा ने कहा कि इस आपदा में जहां जनता के लिए व विपक्षी दलों के लिए कोविड – 19 के नियम व कानून लागू हैं वहीं खुद बीजेपी के लिए ये सिर्फ मजाक है। उन्होंने कहा कि आम आदमी खुले में बारात नही निकाल सकता, शादी, अंत्येष्टि व संस्कार में 50 से अधिक लोगों की भीड़ नही जुटा सकता वहीं ये लोग कानून को ठेंगा दिखाते हुए हजारों की संख्या में भीड़ जुटा रहे हैं।

कॉन्ग्रेस नेत्री वर्मा ने कहा कि एक तरफ प्रदेश में ‘महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा’ के कानून व नियम लागू हैं वहीं खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री कोविड प्रोटोकॉल को तोड़ रहे हैं, शायद बीजेपी शासित प्रदेश में इस आपदा में भी एक ही अपराध के लिए अलग – अलग कानून हैं।

वर्मा ने कहा कि करनाल व गुरुग्राम में आयोजित हुई बीजेपी कार्यकारिणी बैठकों में जिस तरहं से कोविड नियमों की जम कर धज्जियां उड़ाई गई उसके आगे स्थानीय प्रशासन व पुलिस बौनी बनी दिखाई दी। गरीब, मजदूर, किसान की कमर पर अपनी दबंगई का डंडा चलाने वाले इन कानून के रखवालों के हाथ व पैरों में मेहंदी लग गई और इनके मुहं में दही जम गई।

सुनीता वर्मा ने कहा कि प्रदेश में अपनी सियासी जमीन खो चुकी ये बीजेपी बौखलाई हुई है और इसी कारण कोरोना नियमों की जानबूझ कर अनदेखी कर रही है ताकि फिर से महामारी को आमंत्रण दिया जा सके और इन्हें फिर से इस आपदा में भी कमाने का अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि चंदा खाने में और फंड को हजम करने में ये लोग माहिर हैं, इनके लिए ये महामारी पेप्सी – कोला वाला उत्सव है।

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