आॅनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में 20 प्राध्यापक हुए प्रशिक्षित

रमेश गोयत  

पंचकूला। विद्यार्थी केंद्रित अध्यापन के लिए आवश्यक उपकरण और तकनीकों के उपयोग में प्राध्यापकों को सक्षम और सशक्त बनाने के उद्देश्य से सेक्टर-1 स्थित गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, पंचकूला के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के तत्वावधान में मेधा लर्निंग फाउंडेशन के सहयोग से कॉलेज की फैक्ल्टी के लिए एक सप्ताह तक चलने वाले आॅनलाइन कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डिस्कवर वर्चुअल टूल्स और फैसिलिटेशन तकनीक, आइस ब्रेकर, पावर आॅफ गैमिफिकेशन, एक्सपेरिमेंटल लर्निंग अध्यापन, सुरक्षित शिक्षण वातावरण बनाना, इमेज मैनेजमेंट और वॉयस मॉड्यूलेशन आदि जैसे विषय शामिल थे।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र में प्रचार्या डॉ अर्चना मिश्रा ने उच्च शिक्षा विभाग को मिश्रित मोड में शिक्षण को और अधिक प्रभावी बनाने के साथ ही नए शिक्षण तकनीकों को सीखने का अवसर देने के लिए उच्च शिक्षा विभाग को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि कोविड के समय में इस तरह की कार्यशालाएं समय की जरूरत है, जब कोरोना वायरस की संक्रामक प्रकृति के कारण भौतिक रूप से कक्षाएँ आयोजित करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने समय के साथ तालमेल बिठाने के लिए नई तकनीक सीखने के उत्साह और इच्छा के लिए संकाय की सराहना की। कार्यशाला में प्रशिक्षण सत्रों का नेतृत्व मेधा लर्निंग फाउंडेशन की मास्टर ट्रेनर सुंदर थापा ने किया। वहीं कार्यशाला की संयोजक एवं समन्वयक ने कार्यशाला के सफलतापूर्वक संपन्न होने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण आॅनलाइन शिक्षण की मांगों को पूरा करने के लिए संकाय के लिए बहुत उपयोगी होने जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कॉलेज के 20 प्राध्यापकों ने हिस्सा लिया।

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