रमेश गोयत पंचकूला। इंसान जमीन व पैसे के लिए कुछ भी कर सकता है। पंचकूला में एक बेटी ने ही धोखे से अपने 80 वर्षीय पिता को तहसील में बुलाकर उसके अंगूठे लगवा कर जमीन बेच डाली। ओम प्रकाश निवासी गांव बेलवाली पंचकूला ने सीएम विंडो और पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह अधरंग से ग्रसित है। मेरे तीन बच्चे है। सबसे बड़ा बेटा महिन्द्र हैं जो मेरे साथ रहते है। दो बेटियां हैं, जिनकी शादी कर दी थी। उसकी बेटी सरोज का उसे 15 जून शाम को फोन आया था कि 17 जून को मेरे नाती जश्न को मेरे पास भेजेगी। 17 जून को सुबह 11 बजे नाति जश्न व उसके दो दोस्त आये और मुझे मोरनी घुमाने के लिये ले गये। उसके बाद थोड़ी दूर जाकर उन्होने अपने नाना ओम प्रकाश को जबरदस्ती शराब पिला दी। उसके बाद वह जश्र अपने नाना को मोरनी सब तहसील कार्यालय में ले गया। जहां ओम प्रकाश की बेटी सरोज पहले ही मौजूद थीं। सरोज ने अपने पिता के अंगुठे के निशान कुछ दस्तावेजों पर लगवा लिये। उसके बाद सरोज ने ओम प्रकाश की तहसील में फोटो खिंचवाई। जब ओम प्रकाश ने पूछा कि यह क्या कर रहे हो, तो उसने कहा कि मैं थोड़ी सी जगह मोरनी मैं खरीद रही हूं और आपके नाम करवा रही हूं, क्योंकि मैं पंजाब की रहने वाली हूं और मेरे सारे कागज पंजाब के है। उसके साथ वहां सुभाष गांव मट्टांवाला भी था। उसने कहा यह जमीन हमने सुभाष से खरीदी है, इसलिए सुभाष की फोटो भी मेरे साथ खिंची गई। उसके बाद उन्होंने ओम प्रकाश को बाहर चाय पानी पिलाया और शाम को जश्न व उसके दोस्त ओम प्रकाश को घर पर छोड़ गये। शाम को ओम प्रकाश के बटे महिन्द्र ने उससे पूछा कि आपके अंगूठे का निशान क्यों लगा है, तो उसने उसको सारी बात बताई। 21 जून को ओम प्रकाश के बेटे महिंद्र ने मोरनी सब तहसील में जाकर पता किया, तो पता चला कि सुभाष और कमलदीप खन्ना ने ओम प्रकाश की जमीन जोकि गांव भोज मटोर तहसील मोरनी जिला पंचकूला को अपने नाम धोखे से रजिस्टर करवा लिया। ओम प्रकाश ने पुलिस से मांग की है कि इस धोखाधड़ी में उसकी बेटी सरोज, सुभाष व कमलदीप खन्ना आरोपी है, इसलिये इन पर केस दर्ज किया जाए। Post navigation तीन दिवसीय औषधीय पौधारोपण अभियान सफलतापूर्वक संपन्न कोविड काल में विदेशों में सेवा कर रहे भारतीयों ने भी बढ़चढ़कर दिया योगदान: ज्ञानचंद गुप्ता