भिवानी/धामु गांव प्रेमनगर में सीबीएलयू में ग्रामीणों व हल्का बवानीखेड़ा के लिए नौकरियों व शैक्षणिक सीटों के आरक्षण व मैडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य गांव प्रेमनगर को लीज पर ली गई जमीन पर पूरा करवाने हेतू चल रहे आंदोलन व धरने को छह महीने पूरे हो चुके हैं। छह महीने पूरे होने पर धरनारत ग्रामीणों ने काला दिवस मनाया। सभी ने काले झण्डे व काली पट्टी बांध कर सरकार की नीतियों का विरोध किया। धरने को संबोधित करते हुए राजेश बूरा ने कहा कि ऐसा भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार इस प्रकार का आंदोलन लोगों को करना पड़ रहा है। जिसमें सरकार के केन्द्रीय मंत्री व हरियाणा के मुख्यमंत्री ने स्वयं वायदा कि तथा जहां केन्द्र सरकार व हरियाणा के मुख्यमंत्री स्वयं वायदा किया तथा जहां सरकार जनका के करोड़ों रूपये खर्च कर चुकी है। उसी काम को पूरा नहीं कर रही है। यानि मेडिकल कॉलेज प्रेमनगर की धरती पर बनाने का वादा तथा दूसरी तरफ सीबीएलयू के लिए फ्री जमीन दी गई जिसमें केवल 10 प्रतिशत नौकरियों एवं प्रत्येक कोर्स में 2-2 सीटें आरक्षित करवाने हेतू सरकार ने स्वयं आसवासन दिया था लेकिन सरकार की बदनियति से अब लोगों को छह महीनों से धरनों पर बैठना पड़ रहा है। लेकिन वे सरकार को स्पष्ट कर देना चाहते है कि वे देना जानते है ततो अपने अधिकार व हक छिन्ना भी जानते हैं। Post navigation प्राइवेट स्कूलों का डाटा वापिस दो या कानूनी करवाई के लिए तैयार रहो: रामअवतार शर्मा डाक्टर्स दिवस पर प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय स्तर पर आइएमए के डाक्टर्स को सम्मानित किया