औमप्रकाश चौटाला पर भ्रष्टाचार के आरोप में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने वर्ष 2004 के प्रारंभ में ही एफआईआर दर्ज की थी, तब स्वयं औमप्रकाश चौटाला हरियाणा के मुख्यमंत्री थेे व देश के प्रधानमंत्री दिंवगत अटल बिहारी वाजपेयी थे।

28 जून 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश ने अभय सिंह चौटाला व चौटाला परिवार को विनम्र सलाह दी कि वे इस तथ्य को शालीनता से स्वीकार ले कि जेबीटी घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री औमप्रकाश चौटाला व पूर्व सांसद अजय चौटाला भारतीय न्यायिक व्यवस्था के अनुसार दोषी है और भारत के कानून अनुसार इस घोटाले में अपनी जेल सजा औमप्रकाश चौटाला पूरी कर चुके है। विद्रोही ने कहा कि जब सैशन कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक जेबीटी भर्ती घोटाले में औमप्रकाश चौटाला व अजय चौटाला को दोषी मानकर दस साल की जेल सजा दे चुके और औमप्रकाश चौटाला उस जेल सजा को पूरी कर चुके है तो उनके दोषी न होने का सवाल कहां खडा होता है? यदि चौटाला परिवार की तरह जेल सजा काट चुका देश का हर अपराधी जेल से छूटने के बाद अपने को बेगुनाह बताने का राग अलापेगा तो भारत की स्वतत्रंत-निष्पक्ष न्याय व्यवस्था का औचित्य ही क्या रह जायेगा? 

विद्रोही ने सवाल किया कि क्या चौटाला परिवार द्वारा बेगुनाह होने का बेसुराग राग बजता भी रहा तो वे इतिहास को कैसे बदल सकते है कि औमप्रकाश चौटाला जेबीटी घोटाले में एक सजायाफ्ता व्यक्ति है। चौ0 भूपेन्द्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस पर अनर्गल आरोप लगाने से पहले चौटाला परिवार क्यों भूल रहा है कि जब उन पर भ्रष्टाचार के आरोप में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने वर्ष 2004 के प्रारंभ में ही एफआईआर दर्ज की थी, तब स्वयं औमप्रकाश चौटाला हरियाणा के मुख्यमंत्री थेे व देश के प्रधानमंत्री दिंवगत अटल बिहारी वाजपेयी थे। फिर कांग्रेस ने चौटाला को जेल भेजने का षडयंत्र कब और कैसे रच दिया? यह बेतुका विधवा विलाप नही तो और क्या है? सैशन कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक औमप्रकाश चौटाला व अजय चौटाला को दोषी मानकर दस साल की सजा बकरार रखना अपने आप में मुंह बोलता प्रमाण है कि चौटाला परिवार अनर्गल प्रलाप कर रहा है। विद्रोही ने कहा कि वहीं औमप्रकाश चौटाला न्याय व्यवस्था द्वारा दी गई अपनी दस साल की सजा पूरी कर चुके है और तकनीकी रूप से रिहा हो चुके है तो ऐसे विधवा प्रलाप का अब औचित्य क्या है? 

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