शनिवार को राजभवन घेराव के लिए पहुंचे किसान- मजदूरों का जताया आभार।
कितलाना टोल पर 185वें दिन भी टोल फ्री धरना जारी।

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

27 जून, किसान आंदोलन को गति देने और दिल्ली बॉर्डर के धरनों पर सहभागिता बढ़ाने के लिए 29 जून को कितलाना टोल पर बुलाई गई सर्वजातीय सर्वखाप महापंचायत ऐतिहासिक होगी। यह बात फौगाट खाप के प्रधान बलवंत नम्बरदार ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सात महीने से चल रहे किसान आंदोलन में युवाओं ने अहम भूमिका निभाई है और निरंतर बिना थके हारे जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसान- मजदूरों की एकजुटता ने जनांदोलन को मजबूती दी हुई है और उससे सरकार अंदरखाते घबराई हुई है।

श्योराण खाप पच्चीस के प्रधान बिजेंद्र श्योराण ने शनिवार को चंडीगढ़ में हजारों की संख्या में राजभवन घेराव के लिए पहुंचे किसान-मजदूरों का आभार जताते हुए कहा कि तीन काले कानूनों के खिलाफ सबका सांझा संघर्ष रंग लाएगा। उन्होंने कहा कि  सरकार को ये काले कानून रद्द करने ही होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अकसर अपने मन की बात कहते हैं अब वक्त है कि वो किसानों के मन की बात समझें।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहे कितलाना टोल पर धरने के 185वें दिन सांगवान खाप के कन्नी प्रधान सुरजभान सांगवान, फौगाट खाप उन्नीस के प्रधान बलवन्त नम्बरदार, श्योराण खाप पच्चीस के प्रधान बिजेंद्र बेरला, किसान सभा के करतार सिंह ग्रेवाल, चौगामा खाप के मीरसिंह नीमड़ीवाली, युवा कल्याण संगठन के कमल प्रधान, सन्तोष देशवाल, संतरा देवी, रतन्नी देवी, प्रेम शर्मा, राजबाला कितलाना ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि किसान लगातार विपरीत हालातों से जूझ रहे हैं। एक ओर मौसम की मार तो दूसरी ओर सरकार की प्रताड़ना झेल रहे हैं। उसके बाद भी अपने लक्ष्य को लेकर उनके हौंसले बुलुन्द हैं।           

 धरने का मंच संचालन गंगाराम श्योराण ने किया। इस अवसर पर मास्टर ताराचंद चरखी, सुरेंद्र कुब्जानगर, राजू मान, सुभाष यादव, सीताराम फौगाट, प्रेम सिंह डोहकी, मुकेश पहाड़ी, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, लवली सरपंच, रामफल देशवाल, मास्टर रामकिशन लोहरवाड़ा, प्रोफेसर जगमिंद्र सांगवान, जगदीश हुई, मास्टर कर्ण सिंह, पोपी, सत्यवान कालुवाला, बलजीत, संजय मानकावास,  जोगेंद्र ठेकेदार डोहकी, देशराम भांडवा, मौजीराम, मनसुख, ओम नम्बरदार चरखी, सूबेदार सतबीर सिंह इत्यादि मौजूद थे।

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