पटौदी चैराहे पर कभी भी हो सकता है भयंकर हादसा.
पटौदी-गुरुग्राम-तावडू तिराहे पर जर्जर बिजली के पोल

फतह सिंह उजाला
पटौदी । 
    बिजली विभाग अथवा बिजली निगम में बिजली सप्लाई और मेंटेनेंस दोनों ही तरह के काम किए जाने का प्रावधान है । लेकिन पटौदी क्षेत्र में जिस तेजी से बिजली के मोटे हैवी केबल का जाल जिस प्रकार से बिजली के पुराने जर्जर होते आ रहे पोल पर बिछा हुआ है, इन हालात को देखते हुए कभी भी हादसा हो सकता है। पटौदी चैराहे पर हैवी और मोटे बिजली के केवल एक पोल से दूसरे पोल तक अनगिनत संख्या में खींचकर लटकाए हुए हैं । अब यह तो बिजली विभाग के अधिकारी और तकनीशियन ही इस बात का जवाब दे सकते हैं कि आखिर सीमेंट के एक बिजली का पोल कितना वजन और कितनी खींच आंधी और तेज हवा के दौरान लटके अथवा लगाए गए हैवी केबल को देखते हुए एक पोेल सहन कर सकता है या फिर झेल सकता है।

पटौदी चैराहे पर अमर मार्केट के साथ कोने पर मुख्य सड़क पर ही 3-4 बिजली के पोल खड़े हुए हैं और यहां एक प्रकार से हैवी मोटे बिजली के केवल का जाल एक पोल से दूसरे पोल तक सड़क के बीचो बीच बिछा हुआ देखा जा सकता है । कई बार तो शरारती बंदर कि उछल कूद के साथ-साथ वजनी बंदरों के द्वारा बिजली के पोल के सबसे ऊपर पहुंचने के साथ ही इन पोल को पूरी ताकत से हिलाने का भी खेल बंदरों के द्वारा खेला जाता है । वही जमीन में गड़े हुए बिजली के पोल से निकले हुए पोल की मजबूती वाले तार अब साफ साफ दिखाई देने लगे हैं । आसपास के दुकानदारों और निवासियों की माने तो यह सब बंदरों की शरारत और तेज हवा के कारण बिजली के पोल हिलने की वजह से हुआ है । ऐसे में बिजली के पोल जो की जमीन में गड़े हुए हैं , उनकी मजबूती पर भी सवालिया निशान खड़े होने आरंभ हो गए हैं ।

बिजली के पोल मजबूती से डटे रहें इसके लिए बिजली के पोल को स्थिर रखने के वास्ते खींच का भी प्रबंध नहीं किया गया है । दिन भर अनेक वाहनों का आवागमन और हैवी वहीकल का आवागमन होता रहता है । बिजली के पोल के साथ ही विभिन्न प्रकार की दुकानें और प्रतिष्ठान भी मौजूद हैं । ऐसे में बिजली के करंट की आपूर्ति के रहते किन्ही कारणों से बिजली के पोल गिरने पर और बिजली के केबल टूटने की स्थिति में संभावित भयंकर हादसे को सोचकर ही स्थानीय दुकानदारों के यहां से आवागमन करने वालों की सांसे डर के कारण हमेशा अटकी रहती हैं । स्थानीय दुकानदारों और स्थानीय नागरिकों के द्वारा मांग की गई है कि जर्जर हो चुके बिजली के पोल अविलंब बदले जाएं या फिर जो हैवी मोटे बिजली के केबल बिजली के पोल पर खींचकर एक पोल से दूसरे पोल तक पहुंचाए गए हैं उन्हें और अधिक मजबूती प्रदान करने की पटौदी बिजली निगम विभाग के द्वारा अविलंब व्यवस्था करनी चाहिए।

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