पुलिस घग्गर नदी के पुल के पास हैवी बेरीगेटिंग बेरीगेटिंग तोड़ किसान चंडीगढ़ पंचकूला बॉर्डर पर पहुंचेएडीसी टू गवर्नर ने खुद मौके पर आकर पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर पर लिया ज्ञापन चंडीगढ़/ पंचकूला। संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर खेती बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, किसान विरोधी कानूनों को रद्द करवाने व एमएसपी की कानूनी गारंटी को लेकर शनिवार को पंचकूला में हजारों की संख्या में किसान एकत्रित हुए।चंडीगढ़ में हरियाणा के राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के लिए एकत्रित हुए। पंचकूला पुलिस ने किसानों को लेकर कड़े बंदोबस्त किए हुए थे। बाहर से आए किसान आंदोलन के कारण शहर में चारों तरफ जाम की स्थिति थी। हजारों की संख्या में किसान अपने वाहनों में महिलाओं सहित पंचकूला में पहुंचे थे। पुलिस ने पूरे पंचकूला को बैरिकेडिंग कर नाकाबंदी की हुई थी। उसके बावजूद भी किसान चंडीगढ़ पंचकूला बॉर्डर पर ज्ञापन लेकर पहुंच गए। पंचकूला पुलिस घग्गर नदी के पुल के पास हैवी बेरीगेटिंग कर किसानों को रोकने की कोशिश की। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बैरिगेट्स के साथ सीमेंट की बीम भी लगाई। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी की अध्यक्षता में किसानों ने कूच किया। जिसको लेकर पंचकूला में किसानों व पुलिस में टकराव भी हुआ। किसान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिगेट्स को उखाड़ फेंका। किसान प्रदर्शनकारी आगे बढ़े। पंचकूला पुलिस घग्गर नदी के पुल के पास हैवी बेरीगेटिंग कर किसानों को रोकने की कोशिश की। लेकिन पुलिस नाकाम रही। किसानों ने चंडीगढ़ में हरियाणा के राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के लिए मार्च किया। पंचकूला में इकट्ठा हजारों की संख्या में किसान नाडा साहिब चंडीगढ़ राज भवन तक किसान पैदल मार्च कर रहे थे । एडीसी टू गवर्नर ने खुद मौके पर आकर पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर पर ज्ञापन लिया। पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर से वापस पंचकूला के सेक्टर 6 स्थित बिजली बोर्ड के घेराव के लिए कूच किया। पंचकूला में किसानों ने शालीमार चौक पर लगे हरियाणा सरकार के बैनर फाड़े। किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष व पंचकूला विधायक ज्ञान चंद गुप्ता की तस्वीर लगे बैनर फाड़ डाले। Post navigation देश की पहली ग्रामीण मॉर्डन कॉलोनी बनेगी इसराना में, डिप्टी सीएम ने रखी आधारशिला अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति/निवारण दिवस