सड़क पर पट्टी मारकर ट्रैक बनाना गलत

रमेश गोयत, पंचकूला

ओपी  सिहाग जजपा जिला प्रधान  शहरी पंचकूला एवं पूर्व कार्यकारी अधिकारी नगर निगम पंचकूला ने कहा कि पंचकूला शहर में नगर निगम द्वारानॉनमोट्राइज़्ड ट्रैफिक को बढ़ावा देने के लिए पिछले साल एक एजेंसी एंगेज करके टेंडर अलॉट किया गया था ,जिसके अंतर्गत मुख्य सड़कों के साथ पैदल चलने वालों व साइकल चलाने वालों  के लिए अलग से  ट्रैक /पाथ बनाना था।

नॉनमोट्राइज़्ड ट्रैफिक का मतलब बिना पैट्रोल व डीज़ल के वाहनों के प्रयोग को बढ़ावा देना ताकि जहाँ लोगों की सेहत ठीक रहे ,वही प्रदूषण में भी कमीआये तथा लोगों का तेल का पैसा भी बचे ।सड़को पर कम ट्रैफिक होगा तो हादसों में भी कमी आएगी। अब  नगर निगम मौजूदा सड़को पर ही अलग रंग की पट्टी लगाकर उसे साईकल ट्रैक का नाम देकर  नॉनमोट्राइज़्ड ट्रैफिक को बढ़ावा देने की योजना बना रहा है जैसा कि सुनने व देखने को मिल रहा है।सड़क के किनारे के लगभग 5 फिट के  एरिया को साइकल चलाने वालों के लिए रिज़र्व किया जा रहा है। 

हो सकता है यह रोड ब्रम्स पर जगह न होने के कारण किया जा रहा हो ,पर इससे सड़को पर एक्सीडेंट ज्यादा होने का खतरा बढ़ जायेगा क्योंकि हमारे देश मे लोगों को  ड्राइविंग सेंस तो नाममात्र है । मेरे विचार में नगर निगम प्रशासन को इस बारे पुनः विचार करने की जरूरत है। नगर निगम को चाहिए कि शहर की कुछ मुख्य सड़कों के बीच मे जो डिवाइडर है उसकी चौड़ाई कम करके  तथा दोनों तरफ ग्रीनबेल्ट को भी थोड़ा कम करके पैदल चलने वालों व साइकिल चलाने वालों के लिए कम से कम 5 फिट का अलग से ट्रैक सड़क के दोनों तरफ बनाये। इस कार्य को सही तरीके से सीरे चढ़ाने के लिए किसी एक्सपर्ट की मदद भी ली जा सकती है। इस कार्य के लिए जो करोड़ो रूपये का टेंडर हुआ है ,उस बारे भी पूरी निगरानी रखी जाए कि पब्लिक के पैसे का कही दुरप्रयोग  न हो।

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