-कमलेश भारतीय गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय के एसिस्टेंट प्रोफेसर व गुजुटा के जनरल सेक्रेटरी विनोद गोयल ने यह बात कही । मज़ेदार बात कि जब मैं सन् 1997 में रिपोर्टर के तौर पर आया था उन दिनों विनोद गोयल की पहचान एक तेज-तर्रार छात्र नेता की थी । इस तरह गुजवि के छात्र , छात्र नेता , शिक्षक और शिक्षक हर रूप में देखा । मूल रूप से गांव पाबड़ा निवासी विनोद की शिक्षा गुजवि में ही हुई । पहले बी टेक , फिर एम टेक और आजकल प्रो धर्मेंद्र के निर्देशन में पीएचडी कर रहे हैं । -पहली जाॅब ?-गुजवि में ही कम्प्यूटर साइंस में कांट्रैक्ट लेक्चरार चार वर्ष तक । फिर दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय में एसिस्टेंट प्रोफेसर । -छात्र जीवन में क्या क्या गतिविधियां रहीं?-गुजवि की संस्था क्षितिज में सक्रिय रहा। युवा महोत्सव दीक्षांत समारोह में योगदान प्रबंधन में । स्वच्छ भारत का समन्वयक । -छात्र नेता के रूप में क्या उपलब्धि रही ?-दो मांगें उठाते थे कि प्लेसमेंट सेल बनाओ और युवा कल्याण निदेशालय होना चाहिए और दोनों आज के दिन हैं । -और छात्र नेता के रूप में क्या मांग ?-इंजीनियरिंग फैकल्टी का डीन इंजीनियरिंग में से बनाया जाये । -शिक्षक नेता के रूप में क्या इच्छा है ?-मैं दो बार गुजुटा का जनरल सेक्रेटरी रहा और अब हूं । मेरी इच्छा है की शिक्षकों को मूलभूत सुविधाएं मिलें और आपसी भाईचारा बढ़े।हमारी शुभकामनाएं विनोद गोयल को ।आप इस नम्बर पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं : 9896060017 Post navigation हिसार डाबड़ा तोशाम रोड से पीएलए कम्युनिटी सेंटर कैमरी रोड तक सडक़ बनाने की एडमिनिस्ट्रेटिव अपु्रवल योग ऋषि-मुनियों द्वारा विश्व को दिया गया अनमोल उपहार : प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज