पटौदी नागरिक अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट ऑक्सीजन सप्लाई को तैयार. प्लांट की एक घंटे में 26000 लीटर ऑक्सीजन बनाने की क्षमता. केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के प्रयासों से मिला ऑक्सीजन प्लांट फतह सिंह उजाला पटौदी । कोरोना कोविड-19 की दूसरी लहर में कोविड-19 पीड़ितों को जिस प्रकार से ऑक्सीजन की समस्या का सामना अपना जीवन बचाने के लिए करना पड़ा और इस प्रयास में अनेक लोगों की जान भी चली गई । इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र के साथ-साथ पूरे हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की जबरदस्त पैरवी करते हुए पहल की गई । ऑक्सीजन प्लांट सभी अस्पतालों में स्थापित हो ,इसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार और केंद्र सरकार में संबंधित विभाग के मंत्रियों से गंभीर मंत्रणा भी की । जिसका सुखद परिणाम यह सामने आ रहा है कि आज हरियाणा के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन के प्लांट स्थापित हो रहे हैं । इनमें से विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट आरंभ भी किए जा चुके हैं और आने वाले समय में कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई भी आरंभ हो जाएगी।इसी कड़ी में शामिल है केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के राजनीतिक गढ़ पटौदी विधानसभा क्षेत्र के पटौदी नागरिक अस्पताल में स्थापित किया गया ऑक्सीजन प्लांट । ऑक्सीजन प्लांट में ऑक्सीजन का उत्पादन और इसकी सप्लाई का आरंभिक ट्रायल सफल रहा है और जल्द ही यह ऑक्सीजन प्लांट पटौदी नागरिक अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए पूरी तरह से तैयार भी हो जाएगा। ऑक्सीजन गैस प्लांट उपलब्ध अथवा निर्माता कंपनी सेम गैस प्रोजेक्ट के इंजीनियर राजीव त्यागी के मुताबिक पटौदी नागरिक अस्पताल में जो ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है , इसकी क्षमता 26000 लीटर ऑक्सीजन प्रत्येक घंटे बनाने की है। राजीव त्यागी के मुताबिक ऑक्सीजन प्लांट को असेंबल करके ऑक्सीजन सप्लाई के लिए पूरी तरह से तैयार किया जा चुका है । मंगलवार को सैम गैस प्रोजेक्ट ऑक्सीजन प्लांट निर्माता कंपनी के इंजीनियर राजीव त्यागी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस भी अस्पताल में जितने भी बेड उपलब्ध हैं ,ऑक्सीजन की जरूरत है , ऑक्सीजन प्लांट उससे अधिक क्षमता के स्थापित किए जा रहे हैं। जिससे कि कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर में किसी भी प्रकार से किसी को भी ऑक्सीजन की कमी का सामना नहीं करना पड़े । उन्होंने बताया पटौदी नागरिक अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट का सोमवार को ही आरंभिक ट्रायल लिया गया और इस ट्रायल में यह ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह से सफल रहा है । ऑक्सीजन प्लांट में किस प्रकार से ऑक्सीजन बनेगी और इसकी सप्लाई होगी ? ऑक्सीजन सप्लाई किया जाने के साथ ही ऑक्सीजन उत्पादन के दौरान विभिन्न प्रकार के जो भी वेस्टेज होंगे वह किस प्रकार से ऑक्सीजन प्लांट अपने आप ही निस्तारित करेगा ? इसके बारे में विस्तार से जानकारी भी उपलब्ध करवाई । उन्होंने बताया कि पटौदी नागरिक अस्पताल के इस ऑक्सीजन प्लांट को पूरी तरह से फंक्शन में लाने के लिए केवल मात्र यहां बिजली का कनेक्शन ही किया जाना लंबित है । वहीं सूत्रों के मुताबिक ऑक्सीजन प्लांट की संपूर्ण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बिजली की आपूर्ति के चलते किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं हो उसके लिए अर्थिंग का भी कार्य पूरा किया जा चुका है । राजीव त्यागी के मुताबिक ऑक्सीजन प्लांट में बिजली की आपूर्ति अथवा सप्लाई फिक्स होने के साथ ही इसकी फाइनल ट्रायल करते हुए यहां से ऑक्सीजन की सप्लाई बिना किसी बाधा के पटौदी नागरिक अस्पताल में होती रहे, इसकी अंतिम जांच किया जाना ही बाकी रह गया है । इसलिए बाद में यह ऑक्सीजन प्लांट पाटोली नागरिक अस्पताल के सुपुर्द कर दिया जाएगा । वहीं सूत्रों की माने तो सोहना नागरिक अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन बुधवार को किया जाना तय किया गया है और इस प्रकार की संभावना व्यक्त की जा रही है कि बुधवार को ही पटौदी के इस ऑक्सीजन प्लांट का भी औपचारिक उद्घाटन किया जाए ! लेकिन इस बात की संभावना नहीं के बराबर दिखाई दे रही है । पटौदी नागरिक अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट डीआरडीओ के निदेशक की मार्फत केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को ऑफिशल लेटर भेजकर अवगत कराया जा चुका है कि पटौदी नागरिक अस्पताल में 300 एलएनपी कैपेसिटी का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। अब देखना यह है कि पटौदी नागरिक अस्पताल में प्रत्येक मिनट 300 लीटर ऑक्सीजन बनाने की क्षमता वाले इस ऑक्सीजन प्लांट का औपचारिक उद्घाटन कब और किसके हाथों संपन्न होगा। जिससे कि पटौदी नागरिक अस्पताल में कथित रूप से 60 लाख रुपए लागत वाले ऑक्सीजन प्लांट से आपूर्ति होने वाली ऑक्सीजन का लाभ पटौदी नागरिक अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले विभिन्न रोगियों को मिला आरंभ हो जाए। बहरहाल पटौदी नागरिक अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट सुरक्षा के लिए चारों तरफ मजबूत टीन शेड इत्यादि लगाकर फंक्शन के लिए पूरी तरह से तैयार किया जा चुका है। Post navigation शहीद शिरोमणि राव तुला राम के नाम पर यह कैसा बैडमिंटन कोर्ट ! जरूरतमदों की मदद में जुटा सोशलग्राम फाउंडेशन