शहीद शिरोमणि राव तुला राम के नाम पर यह कैसा बैडमिंटन कोर्ट !

19 जनवरी 2018 को केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत के हाथों शिलान्यास
हेली मंडी नगर पालिका के वार्ड 3 में बनाना है यह बैडमिंटन कोर्ट
राव तुलाराम बैडमिंटन कोर्ट की लागत करीब एक करोड रुपए
आज तक यहां पर निर्माण को नहीं लगाई गई है एक भी ईंट

फतह सिंह उजाला

पटौदी ।   अमर शहीद, शहीद शिरोमणि राव तुला राम का नाम जब भी जुबान पर आता है , सीना गर्व से फूल जाता है । लेकिन बेहद अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि शहीद शिरोमणि राव तुला राम के नाम पर बनाए जाने वाले बैडमिंटन कोर्ट में आज तक एक ईंट भी नहीं रखी गई है । शहीद शिरोमणि राव तुला राम के वंशज और केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह जो कि स्वयं जाने-माने खिलाड़ी और निशानेबाज होने के साथ-साथ पैरालंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष अथवा चेयरमैन भी रहे , खेल के मैदान में निशानेबाजी में राव इंद्रजीत सिंह और उनकी पुत्री आरती राव भी दुनिया में अपना डंका बजा चुकी है। 19 जनवरी 2018 को राव इंद्रजीत सिंह के राजनीतिक गढ़ पटौदी विधानसभा क्षेत्र में हेली मंडी नगर पालिका के वार्ड नंबर 3 में राव तुलाराम बैडमिंटन कोर्ट का शिलान्यास राव इंद्रजीत के हाथों ही करवाया गया।

जानकारी के मुताबिक राव तुलाराम बैडमिंटन कोर्ट इंडोर स्टेडियम के तौर पर बनाया जाना है और इसकी दो हजार अट्ठारह के मुताबिक लागत करीब एक करोड़ रूपए है । सीधे और सरल शब्दों में यह पूरा प्रोजेक्ट एक करोड़ रुपए का है । दुनिया में खेल के मैदान में आज किसी भी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता सहित ओलंपिक में सबसे अधिक पदक हरियाणा के खिलाड़ियों की बदौलत ही भारत के खाते में आ रहे हैं।

लेकिन जिस पटौदी विधानसभा क्षेत्र की बदौलत रामपुरा हाउस सहित राव इंद्रजीत सिंह की जो राजनीति में पहचान बनी हुई है , इसके पीछे बेहद महत्वपूर्ण सच्चाई भी शामिल है। 1967 में राव इंद्रजीत सिंह के पिता स्वर्गीय राव बिरेंदर सिंह पटौदी से ही विधानसभा का चुनाव जीते और हरियाणा के मुख्य मुख्यमंत्री भी बने। अहीरवाल क्षेत्र से हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने वाले राव बिरेंदर सिंह पहले और अंतिम नेता रहे हैं। यही सबसे महत्वपूर्ण तथ्य और सच्चाई है कि पटौदी की बदौलत ही रामपुरा हाउस सहित राव इंद्रजीत सिंह का राजनीति के मैदान में कद बहुत बड़ा और ऊंचा बना हुआ है । लेकिन बेहद अफसोस दुख और पीड़ा का विषय यही है कि शहीद शिरोमणि राव तुला राम के नाम पर कथित रूप से राव इंद्रजीत सिंह के कट्टर समर्थक केवल और केवल अपनी राजनीति चमकाते हुए राजनीतिक स्वार्थ को पूरा करने में रात-दिन एक किए हुए हैं । ऐसा कोई भी ठोस कारण दिखाई नहीं दे रहा है कि शहीद शिरोमणि राव तुला राम के नाम पर राव इंद्रजीत के हाथों शिलान्यास करवाए गए इनडोर बैडमिंटन कोर्ट अथवा स्टेडियम का निर्माण आखिर साडे 3 वर्ष बीत जाने के बाद भी क्यों नहीं हो पा रहा है या फिर जानबूझकर निर्माण नहीं करवाया जा रहा है ?

वार्ड नंबर 3 हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में जिस स्थान पर राव तुलाराम बैडमिंटन कोर्ट बनाया जाना प्रस्तावित है , उस स्थान पर आज कूड़े करकट के ढेर , गंदा पानी का जमावड़ा , आवारा पशुओं के झुंड, कभी भी देखे जा सकते हैं । क्या यही शहीद शिरोमणि राव तुला राम का मान सम्मान बाकी बचा रह गया है ? स्थानीय निवासी पी एल वर्मा के मुताबिक अनेक बार उनके द्वारा हेली मंडी पालिका प्रशासन को राव तुलाराम बैडमिंटन कोर्ट के लिए निर्धारित स्थान पर चारदीवारी किए जाने के साथ-साथ यहां से कूड़ा करकट साफ किया करने के लिए पत्राचार किया जा रहा है । पास में ही रहने वाले मित्तल एग्रो इंडस्ट्रीज के नवीन बिट्टू वित्तल के के शब्दों में एक नहीं अनेकों बार पालिका प्रशासन और पालिका चेयरमैन का ध्यान यहां बैडमिंटन कोर्ट बनाने के लिए आकर्षित किया जा चुका है। आसपास के रहने वाले अन्य लोगों का भी यही कहना है कि यहां पर लोग अक्सर इस प्रकार की गंदगी और कूड़ा काकट फेंक के चले जाते हैं , जिसके कारण वातावरण को दूषित हो ही रहा है लोगों का सांस लेना भी दुश्वार बन जाता है। बरसात के दिनों में तो इस स्थान के हालात बद से बदतर हो जाते हैं । यहां पर फेंका गया कूड़ा करकट बरसाती पानी में भीगने के बाद विभिन्न प्रकार के रोग फैलाने कि एक प्रकार से फैक्ट्री बन जाता है । वही हेली मंडी में रहने वाले बैडमिंटन खिलाड़ी दिनेश चैधरी की माने तो उनके सपनों पर सबसे अधिक कुठाराघात हुआ है । दिनेश के मुताबिक यदि यह बैडमिंटन कोर्ट पूरी तरह से बनकर तैयार हो चुका होता तो अभी तक अनेक युवक-यवतियों को बैडमिंटन खेलने का प्रशिक्षण देकर जिला राज्य और राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बना चुके होते। दिनेश चैधरी स्वयं अंतरराष्ट्रीय स्तर के बैडमिंटन खिलाड़ी हैं ।

स्थानीय निवासियों की मांग है कि क्षेत्र के सांसद और केंद्र में मंत्री जोकि शहीद शिरोमणि राव तुला राम के वंशज भी हैं , उन्हें तत्काल इस पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए सबसे पहले बैडमिंटन कोर्ट नहीं बनने की जांच करवानी चाहिए और जो भी कोई दोषी है उसके खिलाफ सीधे-सीधे शहीद शिरोमणि राव तुला राम के साथ ही अपनी अवमानना के मामले में अपराधिक मामला भी दर्ज करवाने में पीछे नहीं हटना चाहिए। लोगों की माने तो ऐसा लगता है कि राजनीतिक महत्वकांक्षी लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए केवल और केवल राव इंद्रजीत सिंह के साथ साथ उनके पूर्वजों के नाम का भी मनचाहा कथित दुरुपयोग करने में बिल्कुल भी गुरेज नहीं करते दिखाई दे रहे हैं । इसके साथ ही क्षेत्र के युवा वर्ग को अपनी खेल प्रतिभा निखारने के लिए शहीद शिरोमणि राव तुलाराम के नामकरण वाले इनडोर बैडमिंटन कोर्ट का अविलंब निर्माण कराए जाने के निर्देश देने चाहिए। 

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