पीएचसी/सीएचसी व नागरिक अस्पतालों की ‘मैपिंग’ जनसख्ंया के आधार पर होगी- स्वास्थ्य मंत्री
डाक्टर, नर्स, पैरामैडीकल स्टाफ की होगी टेनिंग- विज

चण्डीगढ़, 15 जून- हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि स्वास्थ्य प्रणाली को अपगे्रड करने के लिए एक ब्लूप्रिंट (खाका) तैयार किया गया है जिसके तहत कमियों को दूर करने का काम होगा और इसमें ‘शार्ट टर्म’ व ‘लोंग टर्म’ कमियों को शामिल किया जाएगा।
श्री विज आज यहां वीडियो कान्फे्रंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी सिविल सर्जनों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशानिर्देशानुसार बिस्तरों की संख्या, डाक्टरों की संख्या, पैरामैडीकल स्टाफ की संख्या जैसी कवायद हरियाणा में स्वास्थ्य प्रणाली के अपग्रेडेशन में शामिल की जाएगी ताकि मैडीकल की पढाई कर रहे बच्चों से कार्य करवाने की जरूरत न पडे। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हमारा अपना प्रशिक्षित स्टाफ होना चाहिए।

श्री विज ने अस्पतालों को आक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के लिए कहा कि अस्पतालों में अपना आक्सीजन प्लांट होना चाहिए, चाहे वह सरकारी हो या प्राईवेट अस्पताल हो। उन्होंने कहा कि ईश्वर न करें कि कोरोना की यह स्थिति दोबारा से आए परंतु फिर भी हमें अपने हर अस्पताल को आक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनाना है। इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए गए है कि क्लीनिकल एस्टेबलिशमंेट एक्ट के तहत 50 बेड से ऊपर के प्राईवेट अस्पताल को अपना आक्सीजन प्लांट लगाना होगा अन्यथा उनका पंजीकरण रदद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि प्रत्येक बेड आक्सीजन सहित पाईप्ड गैसलाईन बेड हों। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ यह तय करेंगें कि कितने बेडस पर आईसीयू बेड होने चाहिए और वेंटीलेटर होने चाहिए।

उन्होंने कहा कि तैयार किए गए ब्लूप्रिंट (खाका) के अनुसार हर बिंदू को क्रियान्वित करने के लिए नोडल अधिकारी को भी लगाया गया है ताकि हर बिंदू पर सही से कार्य किया जा सकें और स्वास्थ्य प्रणाली पूरी तरह से आधुनिक व उत्तम बन सकें। श्री विज ने कहा कि वे चाहते हैं कि नागरिक अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण उपकरणों के साथ-साथ गुणवत्तापरक दवाईयां का आना भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं और वे चाहते हैं कि प्रमाणित दवाईयों को ही नागरिक अस्पतालों में लिया जाना चाहिए और इस मामले में किसी भी प्रकार से समझौता नहीं किया जाएगा। इसी प्रकार, अच्छी गुणवत्ता के उपकरणों जैसे कि माॅनीटर, लैब मशीनरी इत्यादि उच्च गुणवत्ता के लिए जाएंगें। उन्होंने सिविल सर्जनों से कहा कि वे यदि इस मामले में कोई सुझाव देना चाहते हैं तो उसे लिखकर उन्हें भेंजंे ताकि हम ब्लूप्रिंट (खाका) में उसे शामिल कर लागू करने का काम कर सकें।

श्री विज ने कहा कि वे चाहते हैं कि राज्य के सभी नागरिक अस्पताल एयरकंडीशन होने चाहिए क्योंकि जब आधुनिक व उत्तम व्यवस्था होगी तो मरीजों की देखरेख भी उत्तम होगी।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पिछली सदी में जो हमेें स्वास्थ्य प्रणाली मिली है, वे चाहते हैं कि हम आने वाली सदी को उससे बेहतर स्वास्थ्य प्रणाली प्रदान करें। उन्होंने कहा कि आजादी के शुरू के सालों में स्वास्थ्य में ज्यादा कुछ नहीं किया गया और देश की जीडीपी के अनुसार स्वास्थ्य पर खर्च भी नहीं हुआ। उन्होंने कहा अब हमको आने वाले कल के लिए स्वास्थ्य प्रणाली को सुधारना है। उन्होंने सभी सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने-अपने जिलों में सभी नागरिक अस्पतालों, पीएचसी व सीएचसी का नियमित दौरा करें और वहां आ रही समस्याआंे को ठीक करने का प्रयास करें।

इसी प्रकार, उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में वे पीएचसी/सीएचसी व नागरिक अस्पतालों की ‘मैपिंग’ जनसख्ंया के आधार पर कराई जाएगी। ऐसे ही, उन्होंने तेजी से बदलती तकनीक का हवाला देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में डाक्टर, नर्स, पैरामैडीकल स्टाफ का टेªनिंग प्रोग्राम शुरू करवाया जाएगा, यदि किसी ने यह टेªनिंग नहीं की तो उसकी एसीपी रोक दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यह टेªनिंग सेंटर नियमित रूप से चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जल्द ही एक समझौता भी किया जाएगा जिसके तहत विभिन्न विषयों पर डाक्टरों व नर्सों को टेªनिंग देने का काम होगा।

श्री विज ने बताया कि शीघ्र ही राज्य के सभी नागरिक अस्पतालों में ‘‘केटरिंग सेवा’’ शुरू करने के भी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान यह देखा गया था कि इस बीमारी से पीड़ित मरीज को दवाईयां व देखभाल तो नागरिक अस्पतालों में मिल रही थी लेकिन भोजन इत्यादि की बहुत समस्या रही। इसी को ध्यान में रखते हुए अब नागरिक अस्पतालों में अपनी केटरिंग सेवा होगी।
इससे पहले, स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अरोडा ने अधिकारियों से कहा कि कोेरोना की दूसरी लहर धीमी पड रही है और हमारे राज्य में 500 से नीचे रोजाना मामले आ रहे हैं इसलिए अस्पतालों मे इलैक्ट्रिक सर्जरी को शुरू करने का कार्य किया जाए। इसके अलावा, संभावित कोरोना की तीसरी लहर के लिए हमेें तैयार रहना होगा और इसके लिए सभी बंदोबस्त रखने होंगे। इसके अलावा, उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को आश्वासन देते हुए कहा कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों की अक्षरक्षः अनुपालना की जाएगी।

इस मौके पर हरियाणा चिकित्सा सेवाएं निगम के प्रबंध निदेशक साकेत कुमार, खाद्य एवं औषध प्रशासन के आयुक्त राजीव रत्तन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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