17 जून को ज्ञान चंद गुप्ता इस प्रोजेक्ट का करेंगे शुभारंभ

 पंचकूला। खाने-पीने का सामान मार्केट से खरीद कर और कार में बैठकर खाने के बाद वेस्ट को गाड़ी से नीचे अक्सर गिरा दिया जाता है। ऐसे में कचरा गाड़ी से बाहर ना फेंका जाए इसको लेकर पंचकूला नगर निगम ने कारों के लिए डस्टबिन को प्रमोट करने का फैसला लिया है। कार में बैठकर खाने-पीने के बाद वेस्ट को कार में रखे गए डस्टबिन में डालने और कार रुकने पर कचरे को घर या मार्केट में लगे डस्टबिन में डाला जाएगा। इसके लिए पंचकूला नगर निगम ने हरियाणा नवयुवक कला संगम एनजीओ के साथ टाईअप किया है। यह एनजीओ नगर निगम को रियायती दरों पर कार में रखे जाने वाले डस्टबिन उपलब्ध कराएगा.

नगर निगम के मेयर  कुलभूषण गोयल ने बताया कि यह डस्टबिन 2 साइज के होंगे। उन्होंने बताया कि छोटा डस्टबिन 100 रुपये और बड़ा डस्टबिन 180 रुपये में दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग 17 जून को हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष  ज्ञान चंद गुप्ता द्वारा की जाएगी और एनजीओ ने पंचकूला के सेक्टर 14 में अपना ऑफिस खोला है। उन्होंने बताया कि पंचकूला शहरवासी अपनी कारों के लिए सेक्टर में बने दफ्तर से डस्टबिन ले सकेंगे और यह डस्टबिन कार के दरवाज़े में आसानी से फिट हो जाएगा। उन्होंने बताया कि यह डस्टबिन स्वच्छ भारत मिशन के तहत लॉन्च किए जा रहे हैं। पंचकूला नगर निगम के मेयर  कुलभूषण गोयल ने बताया कि एनजीओ हरियाणा नवयुवक कला संगम के सहयोग से एक कमपोस्टर भी तैयार किया गया है और लोग घरों में ग्रीन वेस्ट यानी किचन व गार्डन वेस्ट को इस कंपोस्टर में डालकर खाद तैयार कर सकेंगे और लोग इस कमपोस्टर को भी एनजीओ से ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि इसकी कीमत 800 रुपये रखी गई है।

मेयर  कुलभूषण गोयल ने बताया कि पंचकूला नगर निगम ने इस एनजीओ के सहयोग से मक्की के दाने से लिफाफे भी तैयार करवाये हैं। यह लिफाफे पॉलिथीन का इस्तेमाल पूरी तरह बंद करने के उद्देश्य से बनवाए गए हैं। उन्होंने बताया कि यह लिफाफे बायोडिग्रेडेबल होने के कारण इस्तेमाल के बाद फेंकने के चंद दिनों में मिट्टी बन जाएंगे और इसके अलावा वेस्ट से कागज भी तैयार किया गया है और इस कागज में बीज भी शामिल है। उन्होंने बताया कि यह बीज जहां कहीं मिट्टी पर गिरेगा वहां इसके बीज से पौधे उग सकेंगे। नगर निगम के मेयर श्री कुलभूषण गोयल का कहना है कि इससे पॉलिथीन के इस्तेमाल में कमी आएगी और पॉलिथीन के इस्तेमाल पर पूर्णता बैन लगाने में मदद मिलेगी।

 हरियाणा नवयुवक कला संगम एनजीओ के प्रबंधक डॉक्टर प्रवीण कुमार ने बताया कि आने वाले समय में वेस्ट पेपर से बनी और भी चीजें एनजीओ द्वारा खोले गए ऑफिस में रखी जायेगी जिसमें जूट बैग्स और अन्य चीजें शामिल होंगी। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही रोजाना इस्तेमाल में आने वाले कपड़े से बने बैग तैयार करके एनजीओ के ऑफिस में रखे जाएंगे और इन बैग्स में फल, सब्जी आदि चीजों को लाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि कपड़े से बने बैग्स की कीमत बहुत ही मामूली होगी जिसे हर कोई आसानी से खरीद सकेगा।

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