शिष्टाचार मैं चौधरी  रणजीत सिंह चौटाला का कोई सानी नहीं : चन्द्रमोहन

पंचकूला। जिला पंचकूला शहर व आसपास के ग्रामीण इलाकों की प्रमुख बिजली समस्याओ के समाधान के लिए हरियाणा सरकार के बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला को  चंद्रमोहन पूर्व उपमुख्यमंत्री हरियाणा सरकार ने उनके निवास स्थान स्थित चंडीगढ़ पहुंचकर ज्ञापन सौंपा है। चन्द्रमोहन ने प्रमुख रूप से पंचकूला शहर में बिजली सबडिवीजन को 4 से बढ़ाकर 8 करना,चंडीगढ़ की तर्ज पर पंचकूला शहर में भी क्रॉस लिंक्ड पोलयेथीलेने केबल स्थापित करना,प्रत्येक सेक्टर को 66 केवी सबस्टेशन से अलग अलग फीडर देना,रिपेयर कार्य के लिए प्राइवेट एजेंसियां की जगह प्रॉपर आदेश देना,शिकायत केंद्रों की संख्या 4-5 से बढ़ाकर 12-15 करना,बिजली बिल संग्रहन केंद्रों की संख्या बढाने,गरीबो को 200 यूनिट बिजली फ्री देना, बिजली मीटरों को खम्बो की जगह विशेष पैनल में स्थापित करने जैसी समस्याओ के समाधान की मांग की है।बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन को आश्वस्त किया है कि सभी समस्याओ का समाधान तुरन्त प्रभाव से करवाया जाएगा। 

 चंद्रमोहन ने कहा कि पंचकूला शहर की हर समस्या का समाधान करवाना उनकी प्राथमिकता है।प्रदेश की भाजपा सरकार के 7 साल के कुशासन में विकास कार्यो में अनदेखी के कारण निरन्तर आमजन को टैक्स भरने के बावजूद समस्याओ का सामना करना पड़ता है।ऐसे में निरन्तर चंद्रमोहन जनता की आवाज बन समस्याओ का समाधान करवाने के लिए कार्य कर रहे है।

— 4 से बढ़ाकर 8 बिजली सबडिवीजन बनाने की मांग..

बिजली मंत्री रणजीत चौटाला को सौंपे गए ज्ञापन में पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन ने जिला पंचकूला की बिजली संबंधित समस्याओ के समाधान के लिए मांग की है। उन्होंने पंचकूला शहर की बढ़ती जनसंख्या व उपभोक्ताओं को देखते हुए सब डिवीजन की संख्या को 4 से बढ़ाकर 8 करने की मांग की है जिससे प्रत्येक सबडिवीजन अधिकतम 15000 उपभोक्ताओं की समस्याओ को पूरा कर सके। 

चंडीगढ़ की तर्ज पर पंचकूला शहर में भी क्रॉस लिंक्ड पोलयेथी लेने  स्थापित करने की मांग..  चंद्रमोहन ने बिजली मंत्री से कहा कि शहर में लगभग 85 की संख्या में 11 केवी फीडर है जो विभिन्न क्षेत्रों और गांवों /कॉलोनियों के बिजली वितरण की आवश्यकता को पूरा करते हैं और ये सभी ओवरहेड लाइन हैं और जब भी आंधी / बारिश आती है तो आपूर्ति बंद कर दी जाती है।कई घंटों तक आपूर्ति बाधित रहती है और निवासियों को परेशानी होती है।चंडीगढ़ शहर की तर्ज पर एक्सएलपीई केबल उपलब्ध कराकर इन ओवरहेड 11 केवी फीडरों को भूमिगत किया जाए ताकि बारिश / आंधी के दौरान शहर के निवासियों को सुचारू बिजली आपूर्ति उपलब्ध हो सके। 

— चंडीगढ़ की तर्ज पर ही आंतरिक आपूर्ति प्रणाली को अंडरग्राउंड किया जाए..  

चंद्रमोहन ने कहा कि सेक्टरों में आंतरिक आपूर्ति प्रणाली भी ओवरहेड लाइनों पर चल रही है जो कि 40 साल पुरानी है और बिछाई गई लाइनें आमतौर पर दोषपूर्ण हो जाती हैं जिससे निवासियों को बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। इसे पायलट प्रोजेक्ट बनाकर आंतरिक विद्युत वितरण लाइनों को भी सेक्टर-8 चंडीगढ़ की तर्ज पर अंडरग्राउंड किया जाए, जहां इसी तरह की लाइन को अंडरग्राउंड बनाने का काम शुरू किया गया है क्योंकि पंचकूला भी ट्राइसिटी का हिस्सा है। 

 प्रत्येक सेक्टर को 66 केवी सबस्टेशन से अलग अलग फीडर दिया जाए… 

चंद्रमोहन ने कहा कि वर्तमान में 3-4 सेक्टर सिंगल 11 केवी फीडर पर लगाए गए हैं और जब भी किसी फीडर पर कोई खराबी या कोई रखरखाव किया जाना होता है तो संयुक्त रूप से 3-4 सेक्टरों को घंटों तक बिजली के बिना होना पड़ता है इसलिए प्रत्येक सेक्टर को 66 केवी सबस्टेशन से अलग-अलग फीडर प्रदान किया जाए। 

शिकायत केंद्रों की संख्या 4-5 से बढ़ाकर 12-15 किया जाए 

 चंद्रमोहन ने कहा कि पंचकूला शहर में बिजली आपूर्ति में खराबी के मामले में रखरखाव/आपातकालीन कॉल लेने के लिए केवल 4-5 शिकायत केंद्र हैं जो इतने बड़े शहर के लिए बहुत कम हैं क्योंकि आबादी लगभग 3 लाख है और शिकायत केंद्रों की संख्या बढ़ाकर कम से कम 12-15 की जाए, विशेष रूप से कॉलोनियों और गांवों के लिए अलग-अलग केंद्रों को भी खोलने पर विचार किया जाए। साथ ही कहा कि पंचकूला में उपमंडल कार्यालय के अतिरिक्त पंचकूला शहर में केवल 4-5 केन्द्रों के बिल संग्रहण की सुविधा उपलब्ध है जो कि बहुत कम है और इसे दोगुना कर अधिक बिल संग्रहण केन्द्र विशेष रूप से कॉलोनियों और गांवों के लिए अलग-अलग केन्द्र खोले जाये। 

रिपेयर कार्य के लिए प्राइवेट एजेंसियां नही कर पा रही प्रॉपर काम.. 

चंद्रमोहन ने कहा कि पंचकूला शहर में बिजली लाइनों के रखरखाव का काम/गलती दूर करने का काम निजी एजेंसियों को सौंपा गया है और उनके पास बुनियादी ढांचे की कमी है इसलिए इसमें सुधार किया जाए। 

शहर की अन्य समस्याओ के समाधान के लिए भी कहा… 

 चंद्रमोहन ने कहा कि जब भी सेक्टरों में बिजली आपूर्ति के वितरण के लिए लगाए गए ट्रांसफार्मर खराब हो जाते हैं या जल जाते हैं तो उसे ठीक करने/बदलने में घंटों लग जाते हैं इसलिए 25 केवीए से 100 केवीए तक की सभी क्षमता वाले ट्रांसफॉर्मर वाले मोबाइल ट्रांसफॉर्मर बैंक की स्थापना की जाए ताकि जब कभी मरम्मत/प्रतिस्थापन की आवश्यकता हो उसकी तत्काल उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। 
गरीबो को 200 यूनिट बिजली फ्री देने की मांग.. 

 चंद्रमोहन ने कहा कि पंचकूला शहर में सेक्टर, गांव और विभिन्न कॉलोनियां / आशियाना और कम आय वाले घर यानी 1 मरला आदि शामिल हैं।इन कम लागत वाली आवास इकाइयों में और कॉलोनियों में प्रवासी श्रमिक / दैनिक जरूरतों के श्रम के रखरखाव के लिए कार्य करते हैं जिन्होंने शहर के पालन-पोषण में पसीना और खून बहाया है इसलिए इस श्रेणी के लोगो को प्रति माह कम से कम 200 यूनिट बिजली की आपूर्ति एक सद्भावना संकेत के रूप में दी जाने की आवश्यकता है।जैसे दिल्ली राज्य में समान सुविधा प्रदान की गई है। 

– बिजली मीटरों को खम्बो की जगह विशेष पैनल में स्थापित करने की मांग.

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