-सीएम विंडो पर मिलने वाली शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर करें निपटारा-श्री रस्तोगी

गुरूग्राम,11 जून। गुरूग्राम जिला के हरियाणा सरकार द्वारा नियुक्त किए गए प्रशासकीय सचिव आबकारी एवं कराधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगीे ने आज गुरूग्राम जिला में लंबे समय से लंबित सीएम विंडो की शिकायतों की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों से इन शिकायतों के लंबित रहने का कारण पूछा। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीएम विंडो पर मिलने वाली शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निपटारा करें।

गांव दौलताबाद के पूर्व सरपंच विरेन्द्र सिंह के कार्यकाल में की गई अनियमितताओं से संबंधित शिकायत पर एसीएस अनुराग रस्तोगी ने उक्त सरपंच से रिकवरी करने के आदेश दिए हैं। इस मामले में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेन्द्र सारवान ने बताया कि उस सरपंच से 22 लाख रूप्ये की रिकवरी बनती है जिसके लिए उसे नोटिस दिया जा चुका है। इसी प्रकार, पटौदी खंड की ग्राम पंचायत दौलताबाद कुन्नी की पूर्व सरपंच राजबाला के खिलाफ भी अनियमितता बरतने की शिकायत सीएम विंडो पर की गई थी। जांच में आरोप सही पाए गए और पूर्व सरपंच से 6.07 लाख रूप्ये की रिकवरी की जानी थी। इसके एवज में उससे अभी भी 1.22 लाख रूप्ये की रिकवरी बकाया है , बाकि उसने जमा करवा दिए हैं। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद अभी वह जेल में है।

गांव भौंडसी की पूर्व सरपंच दुर्गा देवी पर भी अनियमितताओं के आरोप लगे और इसकी शिकायत सीएम विंडो पर की गई। इस मामले में श्री सारवान ने बताया कि मामले की जांच खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी ने की थी जिसमें धनराशि को गलत जगह इस्तेमाल करना तो पाया गया लेकिन गबन या भ्रष्टाचार साबित नही हुआ। उसने ग्राम पंचायत के प्रस्ताव पर पंचायत की जमीन पर अवैध रूप से कई वर्षों से बने मकानों में पहले से पहुंचाई गई मूलभूत सुविधाओं और रास्ते की दोबारा से मरम्मत करवा दी। इसके अलावा, मंदिर की भूमि पर बोरवैल किया गया जो चला नही। इस प्रकार, 14.62 लाख रूप्ये की राशि खर्च की गई। मामले में गबन नही होने के कारण श्री रस्तोगी ने इसे फाइल करने के निर्देश दिए। गांव शिकोहपुर के पूर्व सरपंच के खिलाफ भी गबन और अनियमितताएं करने की शिकायत सीएम विंडो पर की गई थी।श्री सारवान ने बताया कि इस मामले की जांच पंचायती राज के एक्सईएन से करवाई गई जिसमें पाया गया कि काम करवाया गया है और पैसे का गबन साबित नही हो पाया। इस मामले की एक जांच विभाग के चीफ विजिलेंस आॅफिसर ने भी की थी जिसकी रिपोर्ट यहां नही पहुंचने के कारण यह मामला अभी तक लंबित है। श्री रस्तोगी ने कहा कि यहां की जांच रिपोर्ट में गबन नही मिलने के कारण मामले को यहां ड्राॅप कर दिया जाए । चीफ विजिलेंस आॅफिसर की रिपोर्ट मुख्यालय पर होगी , उसके अनुसार मुख्यालय कार्यवाही करेगा।

नगर निगम गुरूग्राम से संबंधित सीएम विंडो पर एक शिकायत अनुसूचित जाति के 8 परिवारों को वर्षों पहले मिले प्लाॅट का तबादला करने के बारे में थी। इस मामले में बताया गया कि वह क्षेत्र आरक्षित वन क्षेत्र में पड़ता था इसलिए नगर निगम ने उनके मकानों को गिरा दिया। अब नगर निगम को गांव के अंदर ही इतनी जमीन मिल गई है जिस पर इन पीड़ितों को प्लाॅट दिए जा सकते हैं। मामला अनुुमति के लिए मुख्यालय भेजा हुआ है। श्री रस्तोगी ने इस शिकायत को भी दफतर दाखिल करने के आदेश दिए। इसी प्रकार, नगर निगम से संबंधित सैक्टर-15 भाग-2 में पीने के पानी की कमी की समस्या को दूर करने के बारे में सीएम विंडो पर की गई शिकायत पर नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए एस्टीमेट तैयार किए जा रहे हैं और जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। नगर निगम में रूकी अपनी पेमेंट को लेकर एक शिकायतकर्ता ने सीएम विंडो पर शिकायत लगाई थी। इस मामले में बताया गया कि 20-20 हजार रूप्ये की दो कोटेशन पर काम करवाया गया था जिसे तत्कालीन निगम आयुक्त ने प्रक्रिया के अनुरूप नही पाए जाने पर उसकी पेमेंट रोक दी थी। एसीएस श्री रस्तोगी ने कहा कि जब काम करवाया गया है तो उसकी पेमेंट भी करें और प्रक्रिया यदि सही नही थी तो आगे के लिए उसे निगम सही करके लागू करे।

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