एसीएस अनुराग रस्तोगी ने कृषि विभाग की योजनाओं की समीक्षा की

गुरूग्राम, 10 जून। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग तथा आबकारी एवं कराधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, जिन्हें राज्य सरकार ने गुरूग्राम जिला के लिए प्रशासकीय सचिव नियुक्त किया है, ने वीरवार को गुरूग्राम पहुंचकर मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना, मेरा पानी मेरी विरासत योजनाआंे के क्रियान्वयन कार्य की समीक्षा की। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों को ज्यादा पानी लागत वाली फसलों की जगह पर कम पानी से ज्यादा लाभ देने वाली फसलों की खेती अपनाने के लिए पे्ररित करें।

बैठक में कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. प्रताप सिंह सब्रवाल ने बताया कि इस वर्ष गुरूग्राम जिला में मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत 1410 ऐकड़ धान के अधीन रकबे को फसल विविधिकरण के तहत अन्य कम पानी लागत वाली फसलो में परिवर्तित करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि धान उत्पादक किसानों की पहचान करके उन्हें अन्य फसल जैसे मक्का, कपास, दालें, पशु चारा या बागवानी अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। एसीएस अनुराग रस्तोगी ने कहा कि ऐसे किसानों की एक सूची तैयार करके उनके पास भेजें जिसमें यह विवरण हो कि पहले वह किसान कौन सी फसल की बिजाई करता रहा है और अब उस रकबे में से कितनी कृषि भूमि पर विविधिकरण अपनाते हुए कौन सी फसल लगाने जा रहा है। साथ में कृषि विभाग यह भी योजना बनाए कि उन किसानों को किस प्रकार दूसरी फसल अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना है।

अनुराग रस्तोगी ने बताया कि मेरा पानी मेरी विरासत योजना का उद्देश्य ज्यादा पानी लागत वाली फसलों की बजाय कम पानी वाली फसलें अपनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करना हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा के 19 ब्लाॅक डार्क जोन में हैं, इसलिए पानी की बचत करनी जरूरी है। इसके लिए डार्क जोन में शामिल क्षेत्रों में धान की खेती छोड़ने और उसके स्थान पर वैकल्पिक फसलों की बुआई करने वाले किसानों को 7 हजार रूप्ए प्रति ऐकड़ की प्रोत्साहन राशि सरकार दे रही है। इस योजना का लाभ उठाने के इच्छुक किसानों से पोर्टल पर अपना रजिस्टेªशन करवाने के लिए भी कहा गया है। अब सरकार ने रजिस्टेªशन की अंतिम तिथि 25 जून तक बढा दी है ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान अपना पंजीकरण करवाकर योजना का लाभ उठा सकें।

मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना की समीक्षा करते हुए एसीएस अनुराग रस्तोगी ने कहा कि कुछ समय के पश्चात बाजरा फसल के लिए रजिस्टेªशन शुरू हो जाएगा। इसके बाद रजिस्टेªशन करने वाले किसानो की वैरिफिकेशन का कार्य सही ढंग से करवाएं ताकि सही डाटा तैयार हो। श्री रस्तोगी ने कहा कि डाटा सही तैयार होगा तो सरकार को खरीद आदि की योजनाएं बनाने में मदद मिलती है। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा कि इस बारे में भी एक प्लान तैयार करके उनके पास भेजें।

बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पंवार, नगराधीश सिद्धार्थ दहिया तथा कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. प्रताप सिंह सब्रवाल, मुख्यमंत्री की सुशासन सहयोगी कनिका कोचर व नियोनिका बसु भी उपस्थित रहे।

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