कोरोनावायरस दवाओं को किया जाए पेटेंट मुक्त -सोमनाथ

आठ लाख से अधिक लोग कर चुके हैं हस्ताक्षर,  दूसरे नम्बर है गुरुग्राम

गुरुग्राम-स्वदेशी जागरण मंच उत्तर क्षेत्र संयोजक व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति सोमनाथ सचदेवा ने कहा विकास की गति में भारत विश्व पटल पर बहुत तेजी अंकित होता नाम है। कोरोना महामारी से निजात पाने में भी देश ने उल्लेखनीय कार्य किया है। श्री सचदेवा स्वदेशी जागरण मंच की जिला वर्चुअल बैठक को मुख्य वक्ता के रूप में  संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में कोरोना से युद्ध की वर्तमान स्थितियों पर विचार किया गया। उन्होंने तथ्य के आधार पर विश्व की स्थिति का मूल्यांकन किया।

 श्री सचदेवा ने कहा कि दुनिया के मुकाबले भारत काफी बेहतर स्थिति में है। हमने कोरोना की पहली वेव के समय ज़ीरो से प्रारंभ होकर पीपी किट, सैनिटाइजर, वेंटिलेटर निर्माण में अभूतपूर्व उल्लेखनीय प्रगति की है। भारत में दो वैक्सीन का उत्पादन बहुत तेजी से हो रहा है। वैक्सीन उत्पादन में भारत विश्व का प्रमुख अग्रणी देश बना है।

तीन अन्य वैक्सीन अंतिम चरण में है । शीघ्र ही हमें उपलब्ध हो जाएंगी। एक नेजल वैक्सीन भी शीघ्र आने वाली है । 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए भी वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है ।शीघ्र ही बच्चों की स्वदेशी वैक्सीन आ जाएगी। आज विश्व की 15 प्रतिशत आबादी ने कुल वैक्सीन के 70 प्रतिशत पर अपना अधिकार बना रखा है। परंतु जैसे कि पोलियो के लिए कहा जाता है कि एक भी व्यक्ति अगर छूट गया तो सुरक्षा चक्र टूट गया ।इसी प्रकार संपूर्ण मानवता के लिए कोरोना वैक्सीन लगवाने की  आवश्यकता है लेकिन यह सर्वसुलभ तभी हो सकता है, जब इसकी निर्माता कंपनियां अपने पेटेंट अधिकार को छोड़कर तकनीकी और पद्धति अन्य निर्माताओं को उपलब्ध कराएं। टीके की खोज करने वालों ने अब तक काफी मुनाफा कमा लिया है। अब मानवता को बचाना प्रथम लक्ष्य होगा होना चाहिए।

इस पवित्र उद्देश्य के लिए स्वदेशी जागरण मंच जनमानस को जागरुक कर निर्माता कंपनियों पर दबाव बनाने के लिए एक ऑनलाइन पिटीशन पर हस्ताक्षर अभियान चला रहा है। अब तक आठ लाख से ज्यादा लोगों ने इस पर अपने हस्ताक्षर कर दिए है। विश्व की दो हजार से अधिक महान हस्तियों ने भी इसकी पैरवी की है।

इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक गुरुग्राम विभाग  कार्यवाह हरीश ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राष्ट्रीय आवश्यकता के अनुसार संगठन खड़ा करता रहा है। इसी कड़ी में देश में समय की मांग को ध्यान में रखते हुए 1991 में स्वदेशी जागरण मंच की स्थापना की गई थी। स्वदेशी जागरण मंच का मुख्य उद्देश्य भारत को आत्मनिर्भर बनाना है जिसके लिए स्वदेशी उत्पाद प्रयोग करने के लिए जनमानस को तैयार करना, आज भारत का बाजार विदेशी उत्पादों से भरा पड़ा है।जिससे  भारत का धन विदेशों में जा रहा है।  रोजगार की समस्या भी उत्पन्न हो रही है।भारत को रोजगार केवल स्वदेशी उत्पादों के प्रयोग से ही संभव है। वर्तमान में  हमारे बाजार चीनी उत्पादों से भरे पड़े हैं। स्वदेशी जागरण मंच ने पूर्व में चीन के उत्पादों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया था। जिससे पूरे देश में चाइना के खिलाफ एक बहुत बड़ा जनमानस तैयार हुआ है। जिससे चाइनीज वस्तुओं के बहिष्कार की बात की गई। जिसका बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ा। बहुत सी छोटी-छोटी चीजें अपने देश में बननी शुरू हुई। अपना स्वदेशी उद्योग खड़ा हुआ। फल फूलने लगा।इसी प्रयासों से वर्षों से बंद पड़ा पानीपत का उद्योग पुनः स्थापित हो पाया है ।

स्वदेशी जागरण मंच के द्वारा चलाया गया चीनी समान के बहिष्कार के अभियान से चीन को बड़ा धक्का लगा। डोकलाम में चीनी सेना पीछे हटने के पीछे चीनी समान व उसकी एप का बहिष्कार बड़ा कारण था। बैठक का संचालन स्वदेशी जागरण मंच विभाग संयोजक सुरेश वशिष्ठ ने किया। बैठक में स्वदेशी जागरण मंच गुरुग्राम के सह विभाग संयोजक विक्रमादित्य(विक्रम) ने जिला गुरुग्राम में इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए हो रहे प्रयासों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम में विभिन्न सामाजिक,राजनैतिक, धार्मिक व अन्य संगठनों के प्रतिष्ठित लोगों से मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रत्येक कॉलोनी,सेक्टर, सोसायटी आदि में स्वेदशी के कार्यकर्ता लोगों को इस अभियान से जोड़ रहे है। उनके अनुसार गुरुग्राम जिला प्रांत में दूसरे स्थान पर है ।

बैठक में अजय भाटी विभाग संपर्क प्रमुख। शिवदत्त राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के व्यवस्था प्रमुख। लोकेंद्र राघव जी अध्यक्ष अधिवक्ता परिषद गुरुग्राम, राजू शर्मा भारतीय शिक्षण मंडल,बृजेश मिश्रा वरिष्ठ अधिवक्ता,प्रवीण शर्मा,वीर सिंह,आदित्य शर्मा,हेमंत यादव, अतुल जैन, प्रवीन गर्ग आदि मौजूद थे।

You May Have Missed

error: Content is protected !!