जिला आयुष ऑफिसर डॉ मंजू बांगड़ सहित टीम को कोरोना वारियर अवार्ड प्रदान. डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी जान पर खेल बचाई अनेक अंजान जान फतह सिंह उजालापटौदी । कोरोना कॉविड 19 जैसी वैश्विक महामारी, जिससे कि भारत भी अछूता नहीं रह सका । बीते एक वर्ष से अधिक समय के दौरान कोरोना महामारी के बीच में सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा किया गया कार्य देव तुल्य कार्य के बराबर है । यह बात एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक और सलाहकार अश्विनी कंबोज ने कहीं । मंगलवार को एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक अश्विनी कंबोज ने अपना जन्म दिवस कोरोना बीमारी के दौरान काम करने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के बीच में सभी को प्रोत्साहित करते हुए बेहद सादगी से मनाया । इसी मौके पर जिला आयुष ऑफिसर डॉ मंजू बांगड और उनकी टीम के सभी सदस्यों को कोरोनावारियर अवार्ड से सम्मानित भी किया गया । इस मौके पर हेली मंडी होम्योपैथिक अस्पताल की मेडिकल ऑफिसर डॉ जयिता चैधरी व अन्य विशेष रूप से मौजूद रहे। एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक अश्विनी कंबोज ने कहा कि किसी भी प्रकार की बीमारी जो की महामारी का रूप ले ले , ऐसे में अनगिनत लोगों की जिंदगी दांव पर लगी हो अपने ही परिवार के सदस्य अपने ही लोगों को हाथ लगाने का साहस नहीं जुटा पाए । ऐसे में बेहद खतरनाक और जानलेवा कोरोना कोविड-19 पॉजिटिव पीड़ितों बीच में रहकर अपनी जान पर खेलते हुए उनका उपचार करने सहित पूरी तरह स्वस्थ कर घर भेजना सही मायने में मानवता की सबसे बड़ी सेवा और दुनिया के लिए अनुकरणीय उदाहरण है । उन्होंने कहा एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के द्वारा विभिन्न प्रकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों को जागरूक करते हुए अभियान भी चलाया जा रहा है। भ्रष्टाचार के एक नहीं अनेक स्वरूप हैं । सबसे पहले प्रत्येक व्यक्ति को उसके अधिकारों के विषय में अवगत कराया जाना आवश्यक होता है । उन्होंने कहा एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया भारत में ही नहीं दुनिया के अन्य देशों में भी इसकी शाखाएं विभिन्न प्रकार के सामाजिक कार्य भी कर रही हैं , समय-समय पर अपने-अपने क्षेत्रों में श्रेष्ठ कार्य करने वाले लोगों को संस्था के द्वारा अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के अवार्ड भी प्रदान किए जाते हैं । उन्होंने कहा कि अवार्ड दिए जाने का एक ही मकसद होता है की अवार्ड प्राप्त करने वाले व्यक्ति को उसकी जिम्मेदारी का अहसास बना रहे । वही अन्य लोगों को ईमानदारी के साथ काम करने की प्रेरणा मिले । इस मौके पर अश्विनी कंबोज ने बेबाक शब्दों में कहा की आयुर्वेद , होम्योपैथिक उपचार पद्धति भी विभिन्न प्रकार की बीमारियों में बहुत ही लाभकारी साबित होती आ रही है । उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान जिला आयुष विभाग के सभी डॉक्टरों सहित काम करने वाले सभी सहयोगियों का समर्पण भाव से कार्य करने पर आभार भी व्यक्त किया। Post navigation 21 तारीख से ही वैक्सीन क्यों, इससे पहले क्यों नही, क्या कोरोना से इस तिथि तक मोहलत ली गई है : सुनीता वर्मा … यह कैसा पौधारोपण या फिर सरकारी धन का दोहन !