अगर पीएम ऐसे ही विपक्ष कि सलाहों पर अमल करते तो इतनी बर्बादी नही होती
कॉन्ग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने 24 मई को ही कह दिया था कि वैक्सीन की खरीद केंद्र करे और वितरण राज्य तभी हर गांव तक वैक्सीन सुरक्षा पहुंच सकती है, अब इस सलाह को मोदी ने माना

पटौदी 8/6/2021:- देश के पीएम का राष्ट्र के नाम सम्बोधन में झूठ, सनसनी, जुमले, शंकाएं और भ्रम का खूब बोलबाला रहा ये सब कहना है हरियाणा महिला कॉन्ग्रेस की प्रदेश महासचिव सुनीता वर्मा का, उ होने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कहा कि मोदी जी ने कहा कि वैक्सीन निर्माताओं को रिसर्च के लिए फंड दिया गया.! जबकि सुप्रीम कोर्ट में सॉलिसिटर जनरल कह चुके हैं… कि किसी कंपनी को एक पैसा नहीं दिया गया.! ऐसा झूठ मोदी जी ही बोल सकते हैं।

प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में वर्मा ने यह भी कहा कि जब दूसरी लहर चरम पर थी तो वैक्सीन की जिम्मेदारी राज्यों को थमा दी, और अब कोरोना कंट्रोल होते ही श्रेय लेने टीवी पर खुद प्रकट हो गए। जबकि सच ये है कि यदि देश का पीएम अपनी जिम्मेदारी निभाता तो ये दूसरी लहर आती ही नहीं? और अब जब वैज्ञानिक तीसरी लहर आने की बात कर रहे हैं तो बीजेपी ने चुनावी समीक्षा बैठकें शुरू कर दी हैं

कॉन्ग्रेस नेत्री वर्मा ने कहा कि पीएम ने राष्ट्र के नाम अपने सम्बोधन में ये साबित करना चाहा कि वो तो मैं था तब लाखों मरे वरना कोई और होता तो करोड़ों मरते, जबकि सच ये है कि अगर मोदी जी नही होते तो ये लाखों भी नही मरते, क्योंकि वो देश के लिए पनौती है उन्होंने कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए कोई प्रयास ही नही किये लोग मर रहे थे और इनकी चुनावी रैलियां चल रही थी या फिर यूपी को जीतने की योजनाएं बनाई जा रही थी। वर्मा ने कहा कि ये तो कोर्ट का डंडा था जो वैक्सिनेशन की कमान केंद्र को सम्भालनी की घोषणा सार्वजनिक रूप से करनी पड़ी वरना इन्होंने तो सारी वैक्सीन विदेशों में भेज दी थी, अब ये चुनाव की दरकार है या छवि सुधार या सुप्रीम कोर्ट की फटकार..??? इसे तो जनता को ही समझना होगा।

देश के पीएम का वैक्सिन बनाने के लिए खुद की पीठ थपथपाना और कॉन्ग्रेस को दोष देना हास्यास्पद स्थिति ही पैदा करता है, क्योंकि वैक्सीन बनाने की सारी कम्पनियां कॉन्ग्रेस राज में ही बनी थी, मोदी राज में एक भी कम्पनी स्थापित नही हुई है। वो 70 सालों की पूंजी व सम्पति को अपने मालिकों को बेच कर आज भी कॉन्ग्रेस को दोष दे रहे हैं इन सबके लिए मोदी जी को अपने सम्बोधन में देशवासियों से माफ़ी मांगनी चाहिए थी।

कॉन्ग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जी ने 24 मई को ही कह दिया था कि वैक्सीन की खरीद केंद्र करे और वितरण राज्य तभी हर गांव तक वैक्सीन सुरक्षा पहुंच सकती है।आज मोदी जी ने राहुल जी की बात को माना उसके लिए उनका धन्यवाद जो ये बात आखिर उनकी समझ मे आ गई, वर्मा ने कहा कि अगर पीएम ऐसे ही विपक्ष कि सलाहों पर अमल करते तो ये इतनी बर्बादी नही होती, लेकिन इस बर्बादी के पीछे पीएम नरेंद्र मोदी का अहंकार इस देश को ले डूबा।

महिला कॉन्ग्रेस नेत्री वर्मा ने कहा कि 21 तारीख से ही मुफ्त वैक्सीन क्यों,आज से क्यों नही। क्या 21 से पहले कोरोना नही फैलेगा या फिर वैक्सीन ही उपलब्ध नही हैं, जो भी बात है सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। या राजनीति लाभ लेने के लिए 21 तारीख चुनी गई है इस दिनांक से पहले जिन्हें वैक्सीन की जरूरत है वो लोग क्या करें? इनका जवाब दे सरकार।

वर्मा ने बीजेपी सरकार को कमजोर व कठपुतली सरकाए बताते हुए कहा कि ये सरकार सख्त व निष्पक्ष फैसले लेने में सक्षम नही है, इसका सबसे बड़ा जीवंत उदाहरण गुरुग्राम का कीर्ती हॉस्पिटल है जिसमे दर्जनों लोगों की मौत के बाद भी अभी तक उस अस्पताल के संचालकों व डॉक्टरों पर हत्या का मामला दर्ज नही किया गया है।

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