बढ़ते प्रदूषण को कम करना एक जंग बन गया: योगेश

गांव की बणी में पौधारोपण व पुुराने वृक्षों के सरंक्षण का संकल्प.
पुराने और बड़े-बूढें वृक्षों का संरक्षण कर नया जीवनदान दें

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
   इलाके के मिलकपुर गाँव में राष्ट्रीय सेवा योजना व सोशलग्राम फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में  ग्रामीण युवाओं ने गाँव के मंदिर के समीप बने बिलायती किकरो के जंगल में छायादार नीम व पीपल के पौधे रोपित किए व पुराने लगे पौधों का संरक्षण किया । इस अवसर पर एनएसएस स्वयंसेवक योगेश चैधरी ने बताया कीं  विश्वभर में पर्यावरण दिवस मनाया जाता आ रहा हैं इसी कड़ी में हमारी युवाओं कीं टीम ने  इस प्रण से पौधारोपण की शुरुआत कीं थीं अगर कोई साथी नया पौधा इस अवसर पर नहीं लगा सकता तो व कोशिश करे कीं कम से कम किसी पुराने पौधे का संरक्षण कर उसे नया जीवनदान दें ।

जंगल में युवाओं ने पुराने पौधों को संरक्षण कर उनके लिए खाद व पानी आदि की व्यवस्था कीं , क्यूँकि पेड़ हीं इस धरती पर एक मात्र सबसे पुराना तत्व हैं जो कभी भी ज्यादा उम्र कीं वजह से नहीं मरता।  आज आधुनिक युग में मानव विकास कीं राह पर इतनी तेजी से बढ़ रहा हैं की वह भविष्य के बारे में नहीं सोच रहा हैं । मानव के इस विकास ने पर्यावरण को कई प्रकार से नुकसान भी पहुँचाया हैं । जिससे हमारे पर्यावरण में कई तरह कीं उथल पुथल मच गयीं हैं । जिसका सबसे ताजा पहलू वर्तमान महामारी में ऑक्सीजन की कमी से हमें अवगत करा दिया हैं कि पेड़ों व इस पर्यावरण की हमारे जीवन में क्या भूमिका हैं ।

इसी सोच से नीम व पीपल के पौधे रोपित किए हैं और लोगों से आहवाहन किया है की वो बरगद व पीपल के पौधे लगाए। क्यूँकि यह ही वो पौधा हैं जो हमें 24 घंटे ऑक्सीजन देता हैं , साथ हीं जिस तरह पेड़ों की अंधाधुँध कटाई हो रहीं हैं हमारे चारों तरफ कंकरीट के जंगल बसते जा रहे हैं । इससे तो यहीं लग रहा है किं बढ़ते हुए प्रदूषण को कम करना भी हमारे लिए एक जंग बन गयी हैं । अब इसका एकमात्र उपाय पौधारोपन हैं । हम सभी को ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करना चाहिए । इस अवसर पर जोतराम, प्रदीप, जगमोहन, भूपेन्द्र, अमित, पंकज, नाहर सिंह आदि युवा मौजूद रहें।

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