अंबेडकर प्रतिमा प्रकरण….आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर ग्रामीणों ने खोला मोर्चा

आरोपियों की पहचान करना पुलिस के लिए बनी हुई है चुनौती.
सीसीटीवी फुटेज में भी पुलिस को नहीं मिले कोई ठोस सुराग

फतह सिंह उजाला

पटौदी ।   गांव हयातपुर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा खंडित किए जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है । सोमवार को भी डॉक्टर अंबेडकर के अनुयाई और ग्रामीण स्थानीय अंबेडकर भवन परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहे। वही डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित करने के आरोपियों की पहचान करना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। सूत्रों के मुताबिक डॉ भीमराव अंबेडकर भवन के आसपास के इलाके में दो स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं , यहां की फुटेज देखने के बाद भी प्रतिमा खंडित करने के संदिग्ध अथवा आरोपियों की पहचान नहीं हो सकी है ।

इधर ग्रामीणों में इस बात को लेकर भी रोष बना हुआ है कि घटना वाले दिन तो पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे । लेकिन इसके बाद सोमवार को तीसरे दिन भी ग्रामीणों के द्वारा दिए जा रहे धरने के बावजूद प्रशासन की तरफ से कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा है । धरने पर बैठे नंबरदार भरत सिंह, वेदराम , मीर सिंह, शिकायतकर्ता परसराम , हीरे लाल, रामेश्वर , हवा सिंह, राजवीर , धरम वीर, रतन सिंह सहित अन्य के द्वारा मांगी गई है कि पुलिस प्रशासन डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा खंडित करने के आरोपियों कि जल्द से जल्द पहचान कर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करें । आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही इस बात से रहस्य हट सकेगा कि आखिर क्यों और किसके इशारे पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित किया गया । क्या इस पूरे प्रकरण के पीछे कोई राजनीति भी है या फिर कोई और कारण है ।

धरने पर बैठे लोगों के द्वारा पुलिस प्रशासन को आगाह करते हुए कहा गया है कि आगामी दो-तीन दिनों के दौरान डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित करने के आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तार नहीं किया गया तो फिर बड़ी पंचायत अथवा बैठक करके आगे की रणनीति तैयार की जाएगी । वहीं धरने पर बैठे लोगों के द्वारा यह भी कहा गया है कि इस पूरे प्रकरण में पुलिस प्रशासन को जिस भी प्रकार का सहयोग की जरूरत है ग्रामीण हर प्रकार से सहयोग करते आ रहे हैं और करते रहेंगे । फिलहाल धरना शांतिपूर्वक तरीके से आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक जारी रहेगा।

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