किसानों को बेबस और लाचार ना समझे सरकार चरखी दादरी जयवीर फोगाट, 05 जून, टोहाना में गिरफ्तार किए गए किसानों को अगर जल्दी रिहा नहीं किया गया तो भिवानी और दादरी जिले के किसान भी सरकार की जेल भरने को तैयार हैं। इस बात का ऐलान खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए किया। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को बेबस और लाचार ना समझे। उन्होंने कहा कि जैसे ही संयुक्त किसान मोर्चा आदेश देगा दोनों जिले के किसान और मजदूर जेलों को पूरी तरह से भर देंगे। सरकार इस बारे में गंभीरता से विचार करें वरना जो भी परिणाम होंगे उसके लिए पूर्णतया जिम्मेवारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि टोहाना के विधायक देवेंद्र बबली ने किसानों से दुर्व्यवहार करने के साथ उन्हें उकसाने का काम किया है। इसलिए उन पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान शांतिपूर्ण ढंग से 6 महीने से भी ज्यादा समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं दूसरी ओर सरकार जिद्द पकड़े बैठी है और वार्ता तक करने को राजी नहीं है। लेकिन वह भूल रहे हैं कि घमंड तो रावण का भी नहीं चला था। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल पर चल रहे धरने के 163वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप पच्चीस के प्रधान बिजेंद्र बेरला, मामकौर डोहकी, कमलेश कितलाना, राजबाला कितलाना, रणधीर कुंगड़, महाबीर रानीला ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि किसान- मजदूर सरकार की किसी गीदड़ भभकी में आने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब तक तीनों काले कानून रद्द नहीं होते तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। इस अवसर पर मास्टर ताराचंद चरखी, सुरजभान सांगवान, सुरेंद्र कुब्जानगर, प्रोफेसर राजेन्द्र डोहकी, जगदीश हुई, मीरसिंह नीमड़ीवाली, देशराम भांडवा, विद्यानन्द हंसावास, मास्टर कर्ण सिंह, राजेन्द्र घिकाड़ा, सूबे सिंह छिल्लर, कुलदीप, सत्यवान कितलाना, सूबेदार सतबीर सिंह, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह इत्यादि मौजूद थे। Post navigation तीन काले कानून रद्द करो के नारों से गूंज उठा दादरी, जलाई तीन कृषि कानूनों की प्रतियां सरकार डाल रही गरीबों की जेब पर डाका, किसान आंदोलन बना ढाल : सुरेंद्र कटारिया