आइएमए ने मनाया काला दिवस, रामदेव तुरन्त गिरफ्तार हों, कल 3 जून को प्रदेश में 2 घण्टे ओपीडी रहेगी बन्द

भिवानी/धामु

इण्डियन मेडिकल एसोसियेशन हरियाणा प्रदेश  के डाक्टरों ने आज काला दिवस मनाया। पूरे प्रदेश के आइएमए डाक्टरों ने रोष प्रकट करते हुए सफेद कोट के साथ बाजू में काली पट्टियां बांध कर बिगड़ैल व बदजुबान बाबा रामदेव की गिरफ्तारी की मांग की। हाथों में बाबा रामदेव विरोधी नारे लिखी पट्टिकायें लेकर विरोध प्रदर्शन किया और मरीजों को भी बाबा की कारगुजारी बयान की। अधिकांश मरीजों ने बताया कि उन्होंने बाबा के वीडियो देखें है,ं जिसमे बाबा ने इंजीनियरों , टीचर, पायलटों का भी मखौल उड़ाया है।

हरियाणा  प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर करन पूनिया व भिवानी ब्रांच अध्यक्ष डाक्टर अजित गुलिया की अगुवाई में हरियाणा राज्य आइएमए व भिवानी के अन्य पदाधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन करके उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक के  माध्यम से भेजी मेल द्वारा प्रधानमंत्री व गृह मंत्री भारत सरकार  से बाबा रामदेव को तुरन्त गिरफ्तार करके देशद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की गई। राज्य प्रधान डाक्टर करन पूनिया ने कहा कि व्यवसायी बनने वाले रामदेव ने बड़ा कारोबार खड़ा किया है और उनमें इतना ज्यादा अहम व घमंड पैदा हो गया है कि वे वैक्सीन की आलोचना खुले आम कर रहे हैं और उसका नतीजा यह है कि बिहार व अन्य राज्यों में बाबा के वैक्सीन के खिलाफ बयानबाजी से लोग वैक्सीन का विरोध करने लगे हैं और वैक्सीन से दूर भाग रहे हैं। जिससे  तीसरी जानलेवा व भयावह कोरोना लहर का खतरा आन पड़ा है। यह सीधे सीधे बाबा पर देशद्रोह का मुकदमा बनता है।

राज्य महिला डॉक्टर्स विंग अध्यक्षा व भिवानी आइएमए सचिव ईश्वर गुप्ता ने कहा कि अब समय आ गया है बाबा अपनी जिह्वा को योगा सीखा कर उसे काबू में रखें और खुद अपने कृत्यों की माफी मांग कर मौन धारण करके अज्ञातवास में चले जायें। भारत के सभ्य समाज मे ऐसे व्यक्ति के लिए कोई स्थान नही है। डॉक्टरों ने बताया कि कोरोना काल में वैज्ञानिक आधारित ऐलोपैथी पद्वति की दवाओं ने करोड़ों लोगों की जान बचाई है और डाक्टर, नर्सिंग स्टाफ व पैरा मैडीकल स्टाफ ने कोरोना योद्धा बनकर अपनी जान की बाजी लगाकर जनता को बचाया है। भारत सरकार, डब्लूएचओ व दवा नियंत्रण अथॉरिटी के नियमों के अनुसार खरी नहीं उतरी कोरोनिल अप्रामाणिक दवा है जो घातक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कल 3 जून को दो घंटे की ओपीडी बन्द करेंगे, जिसमे केवल कोरोना के मरीजों व इमरजेंसी को छोडक़र बाकी के लिए पूरे प्रदेश में ओपीडी रोष स्वरूप  बन्द रखी जायेगी।

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