सरकार का मंडी व्यापारियों की ‘2 जून की रोटी’ पर डाका: अभय. प्रदेश में व्यापारी भाजपा-गठबंधन सरकार की गलत नीतियों का खमियाजा भुगत रहा है. जहां आम आदमी बुरी तरह से त्रस्त हुआ है वहीं व्यापारी वर्ग भी बर्बादी के कागार पर पहुंच गया है

चंडीगढ़, 2 जून: हरियाणा की भाजपा-गठबंधन सरकार ने ‘आपदा में अवसर’ को चरितार्थ करते हुए कोरोना की दूसरी लहर में लॉकडाउन का लाभ उठाते हुए तुगलकी फरमान जारी कर दिया है। उपरोक्त वक्तव्य पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने बुधवार को चंडीगढ़ से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहे। उन्होंने बताया कि मंडियों में छोटे बूथों की सालाना फीस 600 रुपए से बढ़ाकर 15000 रुपए करके मंडी व्यापारियों के हितों पर कुठाराघात किया है और उनकी ‘2 जून की रोटी’ पर डाका है। अनाज का व्यापारी पहले ही सरकार की गलत नीतियों का खमियाजा भुगत रहा है।

प्रदेश की भाजपा-गठबंधन सरकार द्वारा लाकॅडाउन के दौरान लिए गए गलत निर्णयों से जहां प्रदेश का आम आदमी बुरी तरह से त्रस्त हुआ है वहीं व्यापारी वर्ग भी बर्बादी के कागार पर पहुंच गया है। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन काले कृषि कानूनों को अगर खत्म नहीं किया गया तो आने वाले समय में अनाज मंडियों का भविष्य वैसे भी बहुत ज्यादा अच्छा रहने वाला नहीं है। इनेलो नेता ने कहा कि अनाज का व्यापारी पहले ही व्यापार में आ रही बहुत सारी दिक्कतों के कारण बेहद परेशान था। अब सरकार का ये तुगलकी फरमान व्यापारियों के लिए गले की फांस बन गया है।

इनेलो व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष सतीश जैन ने कहा कि हमारा संगठन जहां सरकार के इस निर्णय का पुरजोर विरोध करता है, वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री से आग्रह करता है कि इस बढ़ी हुई फीस को तुरंत वापस ले और छोटे मंडी व्यापारियों/दुकानदारों को राहत प्रदान करे। उन्होंने कहा कि अगर छोटे बूथों की फीस कम करने की व्यापारियों की मांग नहीं मानी गई तो इनेलो व्यापार मंडल प्रदेश स्तर पर इस निर्णय के खिलाफ कठोर कदम उठाने को मजबूर होगा।

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