चंडीगढ़, 1 जून, 2021: देश के उप-प्रधानमंत्री रहे किसान मसीहा चौधरी देवी लाल ऐसी शख्सियत हैं जिन्हें लोग प्यार से ताऊ कह कर बुलाते हैं। ताऊ देवीलाल के साथ अनेकों लोगों ने काम किया और उनके किस्से कहानियाँ भी लोगों में बहुत प्रचलित रहे हैं। ऐसे ही एक शख्स का नाम है भीम सिंह जिन्होंने अपना जीवन ताऊ देवी लाल जी को समर्पित कर दिया और अपनी पुलिस की नौकरी छोड़ कर पीएसओ के तौर पर सेवा की। लोग उन्हें भीम ताऊ के नाम से बुलाते थे। भीम ताऊ कई सालों से गुमनामी की जि़ंदगी व्यतीत कर रहे थे। चौधरी ओम् प्रकाश चौटाला जी को दो दिन पहले पता चला की भीम ताऊ, गांव खाजवाला निवासी, बिकानेर में एक धर्मशाला में गुमनामी में रह रहे हैं। यह सुन चौटाला साहब बेहद दुखी हुए, उन्होंने उसी समय अपने पोते करण चौटाला को बुला कर भीम सिंह को बीकानेर से अपने साथ तेजा खेड़ा निवास पर लाने को कहा। भीम ताऊ जैसे ही तेजा खेड़ा निवास पर पहुँचे तो चौटाला साहब ने गले से लगा लिया और कहा कि अब यही तुम्हारा घर है और तुम आज से यहीं मेरे साथ रहोगे । उनको तुरंत कोठी में कमरा और एक सेवादार दे दिया। भीम ताऊ गदगद होकर बोले जैसा आपका आदेश। इसीलिए कहते हैं चौटाला परिवार अपने वफादारों का आखरी सांस तक साथ नहीं छोड़ता। Post navigation कोरोना की बेक्सीन लगाने में पुलिस विभाग व स्वास्थ विभाग के सहयोग में पीछे नही : एसपी नितिका गहलोत कोरोना से नए म्यूटेंट से मिली ब्लैक फंगस की चुनौती से निपटने के लिए एक्शन में मनोहर सरकार