भिवानी/मुकेश वत्स अपने पेट की लड़ाई के लिए पिछले लगभग एक वर्ष से धरने पर बैठे बरखास्त शारीरिक शिक्षकों को अब विभिन्न सामाजिक व कर्मचारी संगठनों का पूरा-पूरा सर्मथन मिलने लगा हैं। इसके तहत विभिन्न संगठनों ने बर्खास्त पीटीआई को आश्वासन दिया है कि जब तक उनकी बहाली नहीं हो जाती, सामाजिक व कर्मचारी संगठनों का साथ उनके साथ बरकरार रहेगा तथा बहाली की जंग में जीत तक पीटीआई का साथ देंगे। यह बात शारीरिक शिक्षक संघषर््ा समिति के जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा व विनोद सांगा ने बताया कि कल पीटीआई की एक मीटिंग का आयोजन किया गया था, जिसमें विभिन्न सामाजिक व कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियोंं ने पीटीआई की बहाली तक उनकी लड़ाई में साथ देने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि बरखास्त पीटीआई की बहाली की मांग अब जोर पकडऩे लगी है तथा जल्द ही सरकार को उनकी इस मांग के आगे झुककर पीटीआई के बच्चों को भूखे मरने से बचाना चाहिए। जांगड़ा ने कहा कि एक जून को पीटीआई की बरखास्तगी को एक वर्ष पूरा हो जाएगा, जिसके विरोध में प्रदेश भर में बर्खास्त पीटीआई काला दिवस मनाते हुए उपायुक्तों के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे तथा अपनी बहाली की मांग की जाएगी। इस महामारी के काल में जब प्रत्येक व्यक्ति घर के अंदर बैठकर अपनी जान बचाने में लगा है, वही शारीरिक शिक्षक अपना भविष्य बचाने के लिए सडक़ों पर बैठने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की वायदाखिलाफी के चलते 1606 पीटीआई सडक़ों पर है तथा अपने लिए रोजगार व बच्चों के लिए दो वक्त की रोटी की मांग कर रहे हैं। Post navigation कमला को तंग करना बंद करें अन्यथा कैथल में अनिश्चितकालीन धरना देंगी आंगनवाड़ी महिलाएं: बिजारणिया आंदोलन को किया जायेगा और तेज: धरना कमेटी