भिवानी/मुकेश वत्स    कोविड़-19 के दृष्टिगत भिवानी शहर के सभी वार्डों में 27 से 31 मई तक घर-घर जा कर स्क्रीनिंग की जाएगी। शहर के प्रत्येक वार्ड में सेनेटाईजर एवं फोगिंग भी करवाई जाएगी ताकि संक्रमण के प्रभाव से लोगों को बचाया जा सके।   

 यह जानकारी उपायुक्त जयबीर सिहं आर्य ने बुधवार को बाद दोपहर स्थानीय जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के सभागार में नगर परिषद के पार्षदों की बैठक को सम्बोधित करते हुए दी। उन्होंने बताया कि शहर के प्रत्येक वार्ड में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच करने के लिए टीमें गठित की जाएगी। संबंधित टीमों द्वारा शहर के प्रत्येक घर में जाकर जांच का कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जो व्यक्ति जांच उपरांत कोरोना पॉजिटिव पाए जांएगे उनका उपचार बनाए गए आईसोलेशन सेंटरों में किया जाएगा। अगर कोई व्यक्ति होम आईसोलेट हो कर अपना ईलाज करवाना चाहेगा तो उसे भी घर पर कोविड़ किट एवं ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि सिरियस मरीजों का ईलाज सरकारी अस्पतालों/निजी अस्पतालों में करने के लिए समुचित प्रबंध किए गए हैं।  

 उपायुक्त ने बताया कि संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीनेशन करवाना बहुत जरूरी हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा वैक्सिनेशन करने के लिए टीमे गठित की गई हैं। उन्होंने बताया कि 18 से 44 आयु वर्ग के व्यक्ति अपना पंजीकरण करवाएं। वैक्सीन के लिए 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति अपना आधार कार्ड ले जाकर वैक्सीन लगवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि शहर में वैक्सीन लगवाने के लिए पार्षद सिविल सर्जन से संपर्क करके शिविर भी आयोजित करवा सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित की गई टीमों के माध्यम से जिला में प्रतिदिन दो हजार व्यक्तियों को वैक्सीन की खुराक दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि संक्रमण से बचने के लिए पार्षद शहर के अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करें। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दृष्टिगत दुकानों, शराब के ठेकों, विवाह समारोह आदि के लिए निर्धारित किए गए मापदंडों की पूरी तरह से सभी व्यक्ति पालना करना सूनिश्चित करें। इसके साथ-साथ फेश मास्क लगाए, दो गज की दूरी बनाए तथा साबुन/सेनेटाइजर से अपने हाथों को बार-बार धोते रहें।  

 उपायुक्त ने बताया कि कोविड़-19 के ईलाज के लिए निजी अस्पतालों में राज्य सरकार द्वारा आईसीयू, वैंटिलेटर, बैड तथा लैब टेस्ट आदि के रेट निर्धारित किए गए हैं। अगर निजी अस्पताल संचालक रोगी से निर्धारित किए गए रेट से अधिक राशि  वसूल करता हैं तो पार्षद उसके विरूद्ध शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। उन्होंने शहर के सामाजिक संगठनों एवं स्वयं सेवी संस्थानों से जुड़े नागरिकों का आह्वान किया है कि वे संकट की इस घड़ी में गरीब व जरूरत मंद व्यक्तियों की मदद के लिए आगे आए। उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस के दृष्टिगत जिला शिक्षा बोर्ड में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया हैं। पीडि़त रोगियों के लिए प्राथमिक स्तर पर स्थानीय सिविल अस्पताल में ईलाज किया जा रहा हैं। सिरियस मरीजों को उपचार के लिए पीजीआई रोहतक व अग्रेहा में भेजा जा रहा हैं। 

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