रेवाड़ी, 26 मई 2021 -स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मोदी सरकार से आग्रह किया कि वे सत्ता अहंकार छोडक़र तीन काले कृषि कानूनों को वापस लेकर इज्जत के साथ आंदोलनरत किसानों को अपने घर वापस लौटने का रास्ता साफ करें1               

 विद्रोही ने कहा अन्नदाता किसान विगत 6 माह से काले कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करके दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं1 पर मोदी सरकार के सत्ता अहंकारी, हठधर्मिता पूर्ण रवैया के चलते मसले का हल निकलने की बजाय स्थितियां बद से बदतर होती जा रही है1 मोदी सरकार की रणनीति है कि किसानों को थकाकर, डराकर, हराकर दिल्ली बॉर्डर धरने से हटने को मजबूर किया जाए1 पर विगत 6 माह से धरने पर डटे आंदोलनरत किसानों ने भी साफ कर दिया कि वे जून 2024 तक आंदोलन, धरना करने को मानसिक रूप से तैयार बैठे हैं1           

विद्रोही ने कहा कि जो अन्नदाता किसानों माघ-पोह की कडक़ती सर्दी व जेठ-आषाढ़ की चिलचिलाती धूप में धरती का सीना चीरकर अन्न पैदा करके 138 करोड़ भारतवासियों की पेट की आग बुझाता हो उसे मोदी भाजपा सरकार का कमजोर समझना बहुत बड़ी भूल होगी1 यदि सरकार ने सत्ता अहंकार की हठधर्मिता नहीं छोड़ी तो स्थितियां इतनी बदतर हो जाएंगी कि मोदी सरकार चाह कर भी कुछ नहीं कर पाएंगी1 और पूरा देश में अराजकता फैल जाएगी1 किसानों के बार-बार चेतावनी देकर अपनी एकता व ताकत का एहसास दिलाने के बाद भी मोदी सरकार का सत्ता अहंकार नहीं छोडऩे की जिद देश पर बहुत भारी पड़ेगी1          

कोरोना आपदा से पहले ही देश आर्थिक रूप से बर्बादी के मुहाने पर खड़ा है ऐसी स्थिति में विद्रोही ने प्रधानमंत्री मोदीजी से आग्रह किया कि वे सत्ता अहंकार छोडक़र तीन काले कृषि कानूनों को वापस लेकर किसानों को सम्मान पूर्वक अपने घर वापस लौटने का रास्ता तैयार करें, ताकि देश को और अधिक आर्थिक व सामाजिक तबाही से बचाया जा सके1

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