भारत सारथी/ कौशिक नारनौल,25 मई। एन.एच.एम. कर्मचारियों के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा जिला प्रधान डा. पुष्पेन्द्र की अध्यक्षता में सिविल सर्जन डा.अशोक कुमार के माध्यम से सीएम मनोहर लाल के नाम एक ज्ञापन सौपा।ज्ञापन में उन्होंने बताया कि बड़े स्तर पर कोरोना रूपी वैश्विक महामारी में आम जनमानस की सेवा करते हुए बहुत से कोरोना योद्धों के शहीद होने बावजूद भी सरकार इनकी अनदेखी कर रही है। जिसके चलते मजबूरीवंश आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा। जिस दिशा में 10 मई 2021 को विरोध स्वरूप काले रिबन लगाकर ड्यूटी की गई थी। एन.एच.एम. कर्मचारी देशहित में इस वैश्विक महामारी कोविड-19 और ब्लैक फंगस के फैलाव के संकट को देखते हुए आपको विश्वास दिलाता है कि अपनी अधिकारिक व सामाजिक कर्तव्यों का निर्वहन राष्ट्र व समाज हित में पूरी जिम्मेवारी के साथ करेगा तथा प्रदेश की जनता को कोई परेशानी नहीं होने देना चाहता, परन्तु कर्मचारियों के अधिकारों को भी अनदेखा नही किया जा सकता। इसलिये संगठन ने निर्णय लिया है कि इस संकट काल में बड़ा प्रदर्शन व आंदोलन को एक महिना टालते हुए केवल हर जिले में 5-7 सदस्यों के द्वारा ही सभी जिलों में सिविल सर्जन के माध्यम से कर्मचारियों की समस्या और मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दें रहा है। यदि फिर भी एक महिने के अन्दर आपकी सरकार द्वारा कर्मचारियों के हित में कोई समाधान नहीं निकाला गया तो संगठन मजबूरीवश बड़े आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा। जिसकी जिम्मेवारी आपकी सरकार की होगी। उन्होंने सीएम से मांग की है कि संगठन को वार्ता हेतु बुलाकर सभी मांगों पर चर्चा कर उचित समाधान करें। क्या है एन.एच.एम. कर्मचारियों की मांगे: एन.एच.एम. कर्मचारियों के सेवा नियमों में संशोधन 2018, जो मुख्यमन्त्री के आदेशों के बावजूद भी अभी तक नहीं किया गया, यह संशोधन तुरन्त किया जाना चाहिए, एन.एच.एम. कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ दिया जाए, स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न परियोजनाओं जैसे एड्स, पॉलीक्लिनिक, एम.एम.आई.वाई. आदि को भी सेवा नियमों के दायरे में लाया जाए व एन.एच.एम. कर्मचारियों को सेवा सुरक्षा प्रदान की जाए, स्वास्थ्य विभाग में ठेकेदारी प्रथा बन्द की जाए। इस अवसर पर जिला सचिव विनोद राव, जिला संयोजक संदीप यादव, पूर्व जिला प्रधान हरकेश, सुनिता यादव, ज्योतसना, हेमन्त यादव, हेमन्त गर्ग, नितेश बन्सल, प्रेम प्रकाश, संजय सैनी, भूपेन्द्र सैनी, दिनेश सैनी इत्यादी उपस्थित थे। Post navigation अग्रवाल सम्मेलन, जिला महेंद्रगढ़ इकाई की बैठक में सामूहिक विवाह परिचय सम्मेलन करने का निर्णय “बुद्ध पूर्णिमा” पर..गौतम बुद्ध के पहले 27 बुद्ध हो चुके थे, वो 28वे बुद्धत्व थे।