वैश्विक बीमारी करो ना को लेकर राजनीति करना उचित नहीं। दक्षिणी हरियाणा के विकास में राव इंद्रजीत का बहुत बड़ा योगदान। रेवाड़ी, 24 मई सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा है की करोना की जानलेवा महामारी मे किसी भी नेता द्वारा राजनीति करना मानवता का परिचय नही और ये इंसानियत के खिलाफ है ।मंत्री रेवाड़ी के विधायक चिरंजीवी राव द्वारा करोना महामारी को लेकर केंद्रीय मंत्री एवम दिग्गज नेता राव इंद्रजीत सिंह पर दिए गए बयान पर पलटवार कर रहे थे । श्री यादव ने साफ शब्दों मे कहा की जब महामारी की दूसरी लहर की हल्की शुरुआत होने लगी थी तभी से राव इंद्रजीत सिंह ने गंभीर होकर इस पर चर्चा करनी सुरु कर दी थी और अधिकारियों के साथ बैठको का दौर कर इसको रोकने से संबंधित उपायों पर कार्य करना शुरू कर दिया था इतना ही नही श्री राव ही एक ऐसे एकमात्र नेता थे जिन्होंने प्रदेश में तुरंत लॉकडॉन लगाने की मांग सबसे पहले की थी ताकि कोरोना जैसी महामारी की चेन तोड़ी जा सके। दक्षिणी हरियाणा में ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए राव इंद्रजीत सिंह मजबूती से आगे आए और इस समस्या का समाधान करवाया। उन्होंने कहा की जरूरतमंदों की सेवा करके ढोल बजाना कोई इंसानियत नही होती है।श्री राव लगातार अधिकारियों के संपर्क में है। श्री यादव ने कहा की इंसाफ मंच एक सामाजिक संगठन है और समय – समय पर समाज की सेवा करने के लिए तत्पर रहा है। उन्होंने कहा की राव इंद्रजीत सिंह ने अपना पूरा राजनीतिक जीवन बेदाग छवि और ईमानदारी से निभाया और उन्होंने देश व प्रदेश के विकास तथा मानव भलाई व उत्थान के लिए जो कार्य किए उनके लिए कभी ढोल नही बजाया। राज्य मंत्री ने कहा की देश के पीएम नरेंद्र मोदी की सूझ बूझ के चलते इस महामारी पर फिर से काबू पाने जाने लगा है। सीएम मनोहर लाल खट्टर खुद फील्ड में उतरकर कार्य कर रहे है। फिर भी पता नही इस महामारी को लेकर राजनीति क्यों हो रही है। महामारी पर राजनीति करना अच्छी राजनीति के संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि विधायक व उनके पिता पूर्व मंत्री बताएं कि कांग्रेस शासित प्रदेशों में वैश्विक बीमारी कोरोना को लेकर प्रदेश सरकार के क्या इंतजाम है पड़ोसी प्रदेश राजस्थान का बहुत बुरा हाल है। कांग्रेस विधायक केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखें। Post navigation किसानों के पास आंदोलन करके विरोध करने अलावा विकल्प भी क्या है ? विद्रोही निर्वाचित भाजपा के जनप्रतिनिधियों में सत्ता लिप्सा की लड़ाई के चलते आपस में भारी विरोध : विद्रोही