फ्रंट लाइन हैल्थ वैरियर्स का कैसा सम्मान है कि गुणगान के नाम पर बकबक करो और जमीनी धरातल पर सुविधा, आर्थिक सहायता देने के नाम पर मुंह फेर लो1 रेवाड़ी, 23 मई 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि एक तरफ हरियाणा भाजपा-जजपा खट्टर सरकार व केंद्र की मोदी सरकार कोरोना बचाव, प्रबंधन में लगे सरकारी-अर्धसरकारी कर्मियों को फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स कहकर उनका गुणगान करती है1 पर जब इन कर्मियों को आवश्यक सुविधाएं, मुआवजा, आर्थिक सहायता देने की बात आती है तो संघी सरकारी दड़ मार जाती है1 ] विद्रोही ने कहा कि यह फ्रंट लाइन हैल्थ वैरियर्स का कैसा सम्मान है कि गुणगान के नाम पर बकबक करो और जमीनी धरातल पर सुविधा, आर्थिक सहायता देने के नाम पर मुंह फेर लो1 सरकार के इस रवैएं से हरियाणा में सभी फ्रंट लाइन हैल्थ वर्कर्स मे भारी रोष है1 विभिन्न सरकारी अस्पतालों में कार्यरत नर्से 50 लाख रुपए का हेल्थ बीमा कवर व अन्य आवश्यक कोविड सुविधाओं के साथ मृत्यु होने पर परिवारजनों के लिए नौकरी की मांग कर रही हैं1 ग्रामीण सफाई मजदूर इसलिए आक्रोशित हैं कि कोरोना शवों का दाह-संस्कार करने व ग्रामीण कोविड सैंट्ररो का रखरखाव रखने पर भी उन्हें कोई अतिरिक्त सुविधा, आर्थिक सहायता, बीमा कवर नहीं मिलता1 विद्रोही ने कहा इसी तरह आशा वर्करों को शिकायत है कि कोविड-19 संबंधित विभिन्न कार्य करने पर भी उन्हें न तो अतिरिक्त आर्थिक सहायता मिल रही और न हीं कोरोना बचाव के लिए पीपीई किट, मास्क, दस्ताने जैसी आवश्यक वस्तुएं मिल रही है1 इसी तरह प्रदेश के विभिन्न फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स की अलग-अलग शिकायतें हैं, जिनके चलते उनमें भी भारी रोष है1 इस रोष का मूल कारण है कि भाजपा सरकार जुबानी जमा खर्च करके इन्हें फ्रंटलाइन कोरोना योद्धा कहने की बकबक तो करती है पर न तो इन्हे कोरोना बचाव के आवश्यक उपकरण, वस्तुएं दी जाती हैं और न ही अतिरिक्त आर्थिक सहायता व पर्याप्त बीमा कवर मिलता1 विद्रोही ने कहा हरियाणा भाजपा सरकार का कोरोना फ्रंट लाइन हैल्थ वर्कर्स के प्रति ऐसा चलताऊ रवैया कोरोना के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करेगा1 ऐसी स्थिति में विद्रोही ने हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर जी से आग्रह किया वे इन कर्मियों से वार्ता करके उनके रोष को समाप्त करें1 और उन्हें आवश्यक कोरोना बचाव उपकरण, बीमा कवर सहित पर्याप्त आर्थिक सहायता दे1 Post navigation लापरवाह जिला प्रशासन के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं होगी तब तक वे सुधरने व डरने वाले नहीं : विद्रोही किसानों के पास आंदोलन करके विरोध करने अलावा विकल्प भी क्या है ? विद्रोही