केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को मजबूती देने के लिए कल हजारों की संख्या में किसान पानीपत से रवाना होंगे. आंदोलनरत किसान 26 मई को काले दिवस के रूप में मनाएंगे. पानीपत – केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ हरियाणा के पानीपत के टोल प्लाजा पर किसानों का धरना लगातार जारी है. भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सुधीर जाखड़ ने घोषणा की है कि कल हजारों की संख्या में किसान दिल्ली में चल रहे आंदोलन को मजबूती प्रदान करने के लिए यहां से रवाना होंगे. इसके अलावा आंदोलनरत किसान 26 मई को काले दिवस के रूप में मनाएंगे. 26 मई को मनाया जाएगा काला दिवस भारतीय किसान आंदोलन के जिलाध्यक्ष सुधीर जाखड़ ने इस दौरान संगठन के विस्तार के लिए नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की. साथ की किसान संगठन ने फैसला लिया कि कल करनाल जिले से गुरनाम सिंह चढूनी की अध्यक्षता में आने वाले जत्थे का किसान स्वागत करेंगे, साथ ही दिल्ली करेंगे कूच. भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सुधीर जाखड़ ने 26 मई को काले दिवस के रूप में मानाने की घोषणा की. नए पदाधिकारियों की नियुक्ति पानीपत टोल प्लाजा पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सुधीर जाखड़ ने संगठन के विस्तार के लिए नए पाधिकारियों की नियुक्ति करते हुए दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के लिए और मजबूती से काम करने की अपील की. समालखा विधानसभा से युवा अध्यक्ष रविंद्र बिहौली व पानीपत शहरी से होशियार बाबा को शहरी युवा अध्यक्ष की जिमेवारी सौंपी गई है. मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन इसके साथ ही सुधीर जाखड़ ने गुरुनाम सिंह के साथ हजारों गाड़ियों के काफिले के दिल्ली कूच करने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि कल इन किसानों का पानीपत में स्वागत किया जाएगा. जाखड़ ने कहा कि किसानों द्वारा 26 मई को काले दिवस के रूप में मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि जब तक किसानों के लिए बनाए गए तीनों कृषि कानून वापस नहीं होंगे, किसान आंदोलन जारी रहेगा. Post navigation हरियाणा डिप्टी सीएम के जीजा से 75 लाख की ठगी सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने पानीपत के ग्रामीण क्षेत्रों की सीएचसी में भेंट किये 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर